फतेह लाइव, रिपोर्टर.
झारखंड स्थापना काल की एक अद्भुत दृष्टि आज विलोप हो गई. इससे राज्य की जनता को गहरा दुख हुआ है. दिशोम गुरु शिबू सोरेन का स्नेह झारखण्ड के सिख समुदाय पर बना हुआ था. यह कहना भी गलत नहीं होगा. क्यूंकि गुरूजी हर झारखंडी को दिल में रखते थे. आने वाले दिनों में सिख समुदाय पूरे सोरेन परिवार के साथ खड़ा है. यह वजह भी जायज है कि गुरूजी का स्नेह सिख समुदाय के प्रति बना हुआ था.
गुरूजी के निधन पर गहरा शोक प्रकट करते हुए झारखंड सिख समन्वय समिति के संरक्षक एवं सीजीपीसी के पूर्व प्रधान गुरमुख सिंह मुखे ने कहा कि वह और पूरा समाज इस वक्त मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और उनके परिवार के साथ खड़ा है. अलग राज्य दिलाकर गुरूजी ने यह साबित कर दिखाया था कि जल जंगल जमीन की लड़ाई लड़ने का जज्बा हर राज्य वासियों में होना चाहिए.
आज उन्हीं की शिक्षा का परिणाम है कि झारखंड में एकता के साथ लोग अपना जीवन यापन कर रहे हैं. मुखे ने सिख समिति के प्रमुख होने के नाते यह आह्वान किया है कि आने वाले दिनों में हेमंत सोरेन और उनके परिवार के साथ मजबूती से राज्य का समाज खड़ा रहेगा. इस दुख की घड़ी को परिवार की तरह हमेशा बांटते हुए नजर आएगा, झारखण्ड का सिख समाज.