फतेह लाइव, रिपोर्टर.
गवर्नमेंट इंजीनियरिंग कॉलेज (जीईसी) पलामू के इंस्टीट्यूट इनोवेशन काउंसिल (IIC) द्वारा “स्टार्टअप्स के लिए प्रभावी बिक्री और विपणन रणनीतियाँ” विषय पर एक ऑनलाइन कार्यशाला का सफलतापूर्वक आयोजन किया गया. इस अवसर पर नवोदित उद्यमियों के लिए विशेष मेंटरिंग सत्र भी आयोजित किया गया.
इस कार्यक्रम में प्रतिष्ठित मुख्य वक्ताओं, रमेश यादव, सुरेश रॉय और विनोद राव (यूएसए स्थित उद्योगपति, उद्यमी और स्टार्टअप मेंटर्स) ने भाग लिया. उन्होंने स्टार्टअप ग्रोथ, व्यवसाय रणनीतियाँ और नवाचार के महत्व पर महत्वपूर्ण विचार साझा किए.
कार्यक्रम की एक विशेष आकर्षण टीम ई- सारथी का मार्गदर्शन था, जो जीईसी पलामू का एक स्टार्टअप है और शिक्षा मंत्रालय की इनोवेशन सेल द्वारा आयोजित इनोवेशन, डिज़ाइन और उद्यमिता (IDE) बूटकैम्प के दूसरे चरण के लिए चुना गया है. टीम के लीडर हिमांशु कुशवाहा, मेंटर डॉ. मुरली मनोहर के मार्गदर्शन में, विशेषज्ञ पैनल के समक्ष अपने बिजनेस मॉडल कैनवास को प्रस्तुत किया. जहां उन्हें रचनात्मक सुझाव और सुधार हेतु मार्गदर्शन प्राप्त हुआ.
अनूप कुमार, सौरभ कुमार और विराट वर्धन की इस टीम का उद्देश्य आईओटी-आधारित स्वचालित सिंचाई समाधानों के माध्यम से कृषि क्षेत्र में क्रांति लाना है. चूंकि कृषि भारत का सबसे बड़ा रोजगार क्षेत्र है, इसलिए मुख्य वक्ताओं ने इस तरह की नवाचार-आधारित स्टार्टअप्स के महत्व पर बल दिया.
श्री रमेश यादव ने कहा, “ई-सारथी जैसे नवाचारपूर्ण स्टार्टअप्स कृषि क्षेत्र की चुनौतियों का समाधान करने में सहायक हो सकते हैं. सही मार्गदर्शन और कार्यान्वयन के साथ, ये विचार किसानों के जीवनयापन में महत्वपूर्ण बदलाव ला सकते हैं.”
कार्यक्रम का समापन एक इंटरैक्टिव प्रश्नोत्तर सत्र के साथ हुआ, जिसमें जीईसी पलामू के नवोदित उद्यमियों ने विशेषज्ञों से विपणन रणनीतियों और निवेशकों को आकर्षित करने से संबंधित महत्वपूर्ण मार्गदर्शन प्राप्त किया.
इस कार्यशाला में प्राचार्य डॉ. संजय कुमार सिंह भी उपस्थित थे. उन्होंने सम्मानित वक्ताओं और IIC अध्यक्ष डॉ. मुरली मनोहर को इस ज्ञानवर्धक सत्र के आयोजन के लिए धन्यवाद दिया.
इस प्रकार के प्रयासों के माध्यम से, जीईसी पलामू अपने छात्रों में उद्यमशीलता की भावना विकसित करने में निरंतर प्रयासरत है और नवाचार-आधारित समाधान प्रदान करने का मार्ग प्रशस्त कर रहा है.