फतेह लाइव, रिपोर्टर.
पोटका प्रखंड अंतर्गत तेतला वीर शहीद गंगा नारायण सिंह हॉल में आदिवासी भूमिज समाज झारखंड की ओर से जयपाल सिंह सरदार की अध्यक्षता में एक बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में चर्चा हुआ कि जनजातीय भूमिज भाषा प्राचीन भाषाओं में से एक है। आदिवासी भूमिज भाषा हमारा मातृ भाषा है। वहीं झारखंड सरकार के द्वारा जेटेट प्रतियोगिता परीक्षा जैक के द्वारा वर्ष 2012 – 2013- 2016 में आयोजित की गई थी। भूमिज भाषा को शामिल किया गया था जिसकी कोड 57 था।
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फॉरेस्ट गार्ड के प्रतियोगिता परीक्षा 2014 एवं पक्षपात प्रतियोगिता परीक्षा 2015 में झारखंड कर्मचारी चयन आयोग द्वारा भूमिज- भाषा को शामिल किया गया था, लेकिन कर्मचारी चयन आयोग के द्वारा आयोजित परीक्षाओं में भूमिज- भाषा को विलोपित किया गया। झारखंड क्षेत्रीय कार्यकर्ता परीक्षा में भी और अब जेटेट जैक के द्वारा आयोजित परीक्षा विज्ञप्ति संख्या 30/2024 में भी भूमिज भाषा को विलोपित किया गया।
बैठक में चर्चा हुआ कि झारखंड सरकार के द्वारा आदिवासी भूमिज भाषा, संस्कृति को समाप्त करने का षड्यंत्र रचा जा रहा है। जिसमें आदिवासी भूमिज- समाज समाप्तो का अस्तित्व एवं विशेष पहचान मिटाया जा रहा है। आदिवासी भूमिज समाज का शिक्षित बेरोजगार को रोजगार से वंचित किया जा रहा है।
इसलिए प्रत्येक विद्यालयों में नामांकित भूमिज- विद्यार्थियों का संख्या 40 % के आधार पर शिक्षक का पद सृजन कर भूमिज भाषा की शिक्षक नियुक्ति किया जाए। नियोजन नीति से भूमिज भाषा को शामिल किया जाए। झारखंड सरकार यह जवाबदेही होगा कि, जनजाति भूमिज- भाषा को विभिन्न प्रतियोगिताओं में शामिल किया जाए अन्यथा आदिवासी भूमिज- समाज संबैधानिक तरीका से आंदोलन करने में बाध्य होगी। इस मौके पर हरीश भूमिज- सुदर्शन भूमिज, शत्रुघ्न सरदार, रथू सरदार, बिस्वजीत सरदार, निर सरदार, शुभंकर सिंह सरदार, कार्तिक सरदार, सुनीता सरदार, निशा सरदार, कविता सरदार आदि उपस्थित रहे।