फतेह लाइव, रिपोर्टर.

आदिम भूमिज मुंडा कल्याण समिति जुड़ी की ओर से प्रतिवर्ष की तरह इस वर्ष भी भूमिज विद्रोह के महानायक वीर शहीद गंगा नारायण सिंह की 234वीं जयंती जुड़ी, पोटका, एवं डुमरिया प्रखंड के भगाबंधी में धूमधाम से मनाई गई. इस मौके पर आदिम भूमिज मुंडा कल्याण समिति के द्वारा वीर शहिद गंगा नारायण की मूर्ति पर फूलों की माला पहना कर उनको याद किया गया. कार्यक्रम में झारखंड प्रदेश के भूमिज-चुहाड़ सेना महीम सरदार ने कहा कि वीर शहीद गंगा नारायण सिंह को भूमिज विद्रोह का महानायक कहा जाता है.

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अंग्रेजों को भगाने में मुख्य भूमिका निभाई थी वीर गंगा नारायण ने

उन्होंने कहा भूमिज विद्रोह 1832 से लेकर 1833 तक चला था. यह विद्रोह गंगा नारायण सिंह का हंगामा के नाम से भी जाना जाता है. वीर शहीद गंगा नारायण सिंह जंगल महल इलाका के सभी भूमिजों को जगाया और अंग्रेजों के शोषण एवं अन्य के खिलाफ एकजुट होकर अंग्रेजों से लोहा लिया एवं लड़ाई में अंग्रेजों को हराया भी था. अध्यक्ष दिनेश सरदार ने कहा कि वीर शहीद गंगा नारायण सिंह ने अंग्रेजों को भगाने के लिए मुख्य भूमिका निभाई थी. समिति के लोगों ने उनके द्वारा छोड़े गए बाकी कार्य को पूरा करने का संकल्प लिया गया.

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इस अवसर पर ये लोग हुए शामिल

इस मौके पर भूमिज- चुहाड़ सेना महीम सरदार, अध्यक्ष दिनेश सरदार, सचिव धीरेंद्र सरदार, उपाध्यक्ष रंजीत सरदार, प्रधान भीमसेन सरदार, सुधेर सरदार सन्नी भूमिज, सुधेर कुमार सरदार, पारंपरिक ग्राम प्रधान नंदलाल सरदार, पूर्व मुखिया उपेंद्रनाथ सरदार, सावित्री सरदार, सुभाष सरदार, जय हरि सिंह सरदार,  तपन दास, गोपेन सरदार, गौरांग सरदार, कालिदास सरदार, शिवजन सरदार, श्यामल सरदार, दिनेश सरदार, रविंद्र सरदार आदि उपस्थित रहे.

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