फतेह लाइव, रिपोर्टर.
आदिवासी महिला हिंसा, महिला उत्पीड़न एवं लव जिहाद जैसे संवेदनशील मामलों पर डॉ आशा लकड़ा सदस्य राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग को ज्ञापन सौंपा गया। मुखिया देवी कुमारी भूमिज ने ज्ञापन में बताया कि आदिवासी महिलाओं को दूसरे तरीके से प्रलोभन देकर किसी अन्य समुदायओ के द्वारा झांसा में रखकर विवाह करके आदिवासी महिलाओ का नाजायज फायदा उठाया जा रहा है। उनके आरक्षण का लाभ लिया जा रहा है साथ में लव जिहाद जैसा संवेदनशील मामला बांग्लादेशियों द्वारा किया जा रहा है। आज भी सुनियोजित तरीके से बड़े पैमाने पर आदिवासी यूवतियों को काम के बहाने कार्यों का झांसा में रखकर के एवं अन्य प्रलोभन द्वारा फंसाकर शादी किया जा रहा है। शादी के बाद उनके बच्चे का आदिवासी सरनेम में बदलने का काम कर रहे है।
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आरक्षण के लिए जो की बिल्कुल गलत है और बाद में महिलाओं का जबरन शोषण किया जा रहा है। इस तरह के लव जिहाद मामला को रोकने के लिए सख्त कानून बनना चाहिए। इस संवेदनशील मामले पर जागरूकता अभियान चलना चाहिए। साथ ही आदिवासी समुदाय दिन प्रतिदिन घटते जा रहे हैं। यह बहुत बड़ा चिंता का विषय है, आदिवासी समुदाय के लिए, इस पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है।
आदिवासी महिलाएं आज भी लगातार कुरीति और कुप्रथाओं की बलि चढ़ रही हैं। डायन प्रथा आदि के रोक के लिए वृहद पैमाने पर जागरूकता अभियान के साथ कानून को सख्त करके दोषियों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।