- साहित्यकारों, शिक्षकों और समाजसेवियों को किया गया सम्मानित
फतेह लाइव, रिपोर्टर
पोटका के पिछली गांव में गाजुड़ संस्था और झारखंड साहित्य संस्कृति परिषद द्वारा बहुभाषी साहित्य संस्कृति सम्मेलन सह सम्मान समारोह का आयोजन किया गया. इस समारोह में प्रमुख अतिथि के रूप में एलआईसी के सेवानिवृत पदाधिकारी जन्मजेय सरदार ने उपस्थित होकर सम्मेलन की महत्ता पर प्रकाश डाला. उन्होंने कहा कि यह सम्मेलन समाज में विभिन्न क्षेत्रों में कार्य कर रहे कवियों, ऋषियों, शिक्षकों और समाजसेवियों का सम्मान करने का एक बेहतरीन अवसर है. इस दौरान पूर्व जिला परिषद सदस्य करुणा मय मंडल, साहित्यकार सुनील कुमार दे, समाजसेवी शंकर चंद्र गोप, और विकास भकत सहित अन्य समाजसेवियों को शॉल ओढ़ाकर और मोमेंटो देकर सम्मानित किया गया.
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सम्मेलन का उद्घाटन मां सरस्वती की तस्वीर पर माल्यार्पण से हुआ
सम्मेलन का उद्घाटन मां सरस्वती की तस्वीर पर माल्यार्पण करके किया गया. गाजुड़ संस्था के जन्मजेय सरदार ने शिक्षा के क्षेत्र में ग्रामीण क्षेत्रों के बच्चों को आगे लाने की आवश्यकता पर बल दिया, ताकि शिक्षा के माध्यम से समाज में सुधार हो सके. वहीं साहित्यकार सुनील कुमार दे ने कवियों के समाज में योगदान को सराहा और कहा कि कवि समाज को नई दिशा देने का काम कर रहे हैं.
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साहित्यकारों और समाजसेवियों का संगम
समारोह में शंकर चंद्र गोप ने ग्रामीण क्षेत्रों में साहित्यकारों, कवियों, लेखकों और शिक्षाविदों के योगदान को सराहा. उन्होंने कहा कि इनकी मदद से समाज को उच्चतम स्तर तक पहुंचाया जा सकता है. समाज के हर सदस्य का कर्तव्य है कि वे समाज सेवा के कार्यों में भाग लें, ताकि एक शिक्षित और सुव्यवस्थित समाज का निर्माण हो सके. सम्मेलन में कृष्ण चंद्र मंडल, राजकुमार साहू, डॉ अनूप मंडल, उज्जल मंडल और अन्य गणमान्य लोग भी उपस्थित रहे.