• पोटका में दस दिन तक छात्रों ने किया आदिवासी जीवन का समग्र अध्ययन और लीगल एड क्लिनिक का किया दौरा

फतेह लाइव, रिपोर्टर

रामकृष्ण मिशन विवेकानंद शैक्षिक अनुसंधान संस्थान, नरेंद्रपुर कोलकाता के छात्रों ने पूर्वी सिंहभूम के पोटका प्रखंड में दस दिन तक आदिवासी समुदाय के बीच रहकर उनके कृषि कार्य, सामाजिक एवं आर्थिक स्थिति का गहन अध्ययन किया. छात्र विभिन्न किसान परिवारों से मिले और उनके कृषि कार्य, कला, संस्कृति और जीवनशैली से परिचित हुए. इस दौरान उन्होंने प्राथमिक विद्यालय, स्वास्थ्य केंद्र, स्वयं सहायता समूह एवं पंचायत राज निकाय जैसे कई संस्थाओं का भी दौरा किया. छात्र समुदाय की समस्याओं और विकास की संभावनाओं पर अपना रिपोर्ट तैयार कर रहे हैं.

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आदिवासी जीवन और ग्रामीण विकास पर शैक्षिक अध्ययन

रामकृष्ण मिशन के छात्रों ने पोटका स्थित डालसा जमशेदपुर के द्वारा संचालित लीगल एड क्लिनिक का भी दौरा किया. यहां क्लिनिक के पीएलवी चयन कुमार मंडल, डोबो चकिया एवं छाकु माझी ने उनका स्वागत किया. उन्होंने क्लिनिक की विभिन्न सेवाओं जैसे निःशुल्क कानूनी सलाह, कानूनी जागरूकता कार्यक्रम, दुर्घटना एवं प्राकृतिक आपदा पीड़ितों को मुआवजा दिलाना, राशन कार्ड और अन्य प्रमाण पत्र बनवाने में सहायता, दिव्यांगता प्रमाण पत्र एवं पेंशन स्वीकृति दिलाना आदि से अवगत कराया. डालसा का उद्देश्य समाज के अंतिम पायदान पर खड़े लोगों को न्याय पहुंचाना बताया गया.

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लीगल एड क्लिनिक की सामाजिक सेवाओं का विस्तार

इसके अतिरिक्त छात्रों को बताया गया कि पूर्व में नालसा के निर्देशानुसार पैनल वकीलों के माध्यम से क्लिनिक में दर्ज विवादों का मध्यस्थता द्वारा समाधान किया जाता था, जो पिछले पांच वर्षों से बंद है. इस प्रक्रिया से कई मामलों का सफल समाधान हुआ था. इस अवसर पर रामकृष्ण मिशन के छात्र राकेश जाना, आशीष सेन, ओरीत्र मंडल, राहुल बेरा, अंकन घोष एवं प्रियांशु गायेन भी उपस्थित थे. इस अध्ययन से छात्र आदिवासी समाज की वास्तविक चुनौतियों को समझने और न्याय सेवा के महत्व को जानने में सक्षम हुए.

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