दिव्यांगजनों के पुनर्वास के लिए 100 करोड़ रुपए से ज्यादा की परियोजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास किया गया


फतेह लाइव, रिपोर्टर.
दिव्यांगता के क्षेत्र में पुनर्वास और विशेष शिक्षा की महत्ता को देखते हुए दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग के अधीनस्थ विभिन्न समग्र क्षेत्रीय केंद्र दावणगेरे, राजनांदगांव, गोरखपुर के नव निर्मित भवन, सीआरसी पटना और गुवाहाटी में छात्रावास, व्यावसायिक प्रशिक्षण केंद्र भवन एसवीएनआईआरटीएआर, कटक और हाइड्रोथेरेपी इकाई, एनआईईपीआईडी, सिकंदराबाद को सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री डॉ वीरेंद्र कुमार द्वारा वर्चुअली लोकार्पण और शिलान्यास किया गया.
दिव्यांगजनों की जरुरतों के प्रति संवेदनशील है : डॉ वीरेंद्र
इस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मंत्री डॉ वीरेंद्र कुमार ने कहा कि हमारी सरकार प्रारंभ से ही दिव्यांगजनों की जरुरतों के प्रति संवेदनशील है. इतने सारे भवनों का सफलतापूर्वक निर्माण और लोकार्पण प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में सरकार एवं दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग की प्रतिबद्घता का प्रमाण है. डॉ वीरेंद्र कुमार ने कहा कि दिव्यांगजनो का सशक्तिकरण और समावेशिता एक जटिल प्रक्रिया है जिसमें केंद्र और राज्य सरकारों, गैर सरकारी संगठनों और दिव्यांगजनों की भागीदारी अनिवार्य है. सरकार के निरतंर प्रयास के साथ-साथ हम सभी स्टेकहोल्डरों की सहायता से ही इस दिशा में सामने आने वाली समस्याओं का निराकरण कर सकते हैं.
सशक्तिकरण की दिशा में एक सराहनीय कदम : कुमारी प्रतिमा
कार्यक्रम को वर्चुअल माध्यम से संबोधित करते हुए राज्य मंत्री कुमारी प्रतिमा भौमिक ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के दूरदर्शी दृष्टिकोण के तहत केंद्रीय मंत्री डॉ वीरेंद्र कुमार के नेतृत्व में इन सभी भवनों का निर्माण बहुत जल्दी और तेजी के साथ किया गया जो कि सशक्तिकरण की दिशा में एक सराहनीय कदम है.
कार्यक्रम को वर्चुअल माध्यम से संबोधित करते हुए वरिष्ठ सांसद रविशंकर प्रसाद ने कहा कि हमारी सरकार बहुत संवेदनशील सरकार है. हमारी सरकार हमेशा से ही दिव्यांगजनों के सशक्तिकरण के लिए कार्य कर रही है। इसी के तहत बाधारहित भवनों का निर्माण दिव्यांगजनों के सशक्तिकरण के लिए एक सराहनीय कदम है.
पिछले 10 वर्षों में दिव्यांगजनों के लिए काफी कार्य किया गया : राजेश अग्रवाल
कार्यक्रम में दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग के सचिव राजेश अग्रवाल ने कहा कि पिछले 10 वर्षों में दिव्यांगजनों के लिए काफी कार्य किया गया है. दिव्यांगजनों के लिए काफी योजनाएं लाई गई हैं. हम राज्य सरकारों, दिव्यांग कम्यूनिटी के साथ मिलकर बेहतरीन कार्य कर रहे हैं. हम यह चाहते हैं कि देश के हर राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों में कम से कम एक सीआरसी जरूर हो ताकि दिव्यांगजनों को हर प्रकार की सुविधाएं प्राप्त हो सकें. सचिव, राजेश अग्रवाल ने कहा कि सीआरसी भवनों में हॉस्टल की सुविधा हो इसके लिए भी हम कार्य कर रहे हैं.
आज स्वामी विवेकानंद राष्ट्रीय पुनर्वास प्रशिक्षण एवं अनुसंधान संस्थान के वोकेशनल ट्रेनिंग सेंटर के इस उद्घाटन कार्यक्रम के जरिए हम एक नया प्रयोग कर रहे हैं, जिसमें हम प्राइवेट सेक्टर को साथ लेकर चल रहे हैं. इस प्रयोग के तहत भवन हमारे होंगे लेकिन उपकरण, शिक्षक प्राइवेट सेक्टर के होंगे. वे बच्चों को प्रशिक्षण देंगे. इसके साथ ही उच्च शिक्षा और जॉब के लिए फ्री कोचिंग की सुविधा हर राष्ट्रीय संस्थान और सीआरसी में शुरु करने वाले हैं.