- राज्य में तीन बार लग चुका है राष्ट्रपति शासन
फतेह लाइव, रिपोर्टर
इंडिया गठबंधन विधायक दल के नेता हेमंत सोरेन 28 नवंबर को झारखंड के 14वें मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ लेंगे. मुख्यमंत्री आवास पर महागठबंधन की बैठक के बाद हेमंत सोरेन ने राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार से राजभवन में मिलकर नई सरकार बनाने का दावा पेश किया. उन्होंने राज्यपाल को अपने विधायकों की सूची सौंपी. इसके बाद, राज्यपाल ने हेमंत को सरकार बनाने का न्योता दे दिया. 28 नवंबर को मोरहाबादी मैदान में शपथ ग्रहण समारोह होगा. बताया जा रहा है कि पुराने फार्मूले पर ही मंत्रिमंडल का गठन होगा. पांच विधायकों पर एक को कैबिनेट में जगह मिलेगी. इस प्रकार झामुमो के हिस्से में छह मंत्री पद होंगे तो कांग्रेस के हिस्से में चार मंत्री होंगे, राष्ट्रीय जनता दल से एक मंत्री बनेगा और वामपंथी दल अगर आग्रह करेंगे तो उन्हें भी एक मंत्री पद मिल सकता है. माले के बारे में कहा जा रहा है कि उनकी ओर से ऐसा कोई आग्रह अभी तक नहीं मिला है.
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बता दें कि 24 साल के झारखंड में 2009-2013 के बीच तीन बार राष्ट्रपति शासन भी लग चुका है. इसके अलावा शिबू सोरेन सिर्फ 10 दिन के लिए मुख्यमंत्री बने थे. निर्दलीय मधु कोड़ा भी मुख्यमंत्री का पद संभाल चुके हैं. हेमंत सोरेन पहली बार 13 जुलाई 2013 को पहली बार सीएम बने थे. वे इस पद पर 28 दिसंबर 2014 तक रहे. वहीं दूसरी बार 29 दिसंबर 2019 को मुख्यमंत्री बने और इस पद पर दो फरवरी 2024 तक रहे. हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के बाद चंपाई सोरेन मुख्यमंत्री बने. वह दो फरवरी से चार जुलाई 2024 तक सीएम पद पर रहे. चंपाई सोरेन का कार्यकाल 153 दिनों का रहा. फिर तीसरी बार हेमंत सोरेन चार जुलाई को मुख्यमंत्री बने. वे इस पद पर 28 नवंबर तक कार्य़वाहक सीएम के पद पर बने रहेंगे. 28 नवंबर को वे 14वें मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ लेंगे.