रांची।


राज्य भर के 62 अंगिभूत कॉलेजों के इंटर के शिक्षक एवं शिक्षकेत्तर कर्मचारी मोर्चा ने अपनी मांगों को लेकर बुधवार को रांची विश्वविद्यालय से राजभवन तक मौन जुलूस निकाला. इस दौरान राज्यपाल को मांग पत्र सौंपा गया. मौके पर मोर्चा की सदस्य सीमा सिंह ने कहा कि सराकर द्वारा कॉलेजों में इंटरमीडिएट में नामकंन बंद कर दिया गया है. जिसके कारण राज्य के 62 अंगीभूत कॉलेज के लगभग 5000 शिक्षक एवं शिक्षकेत्तर कर्मचारी के समक्ष बेरोजगारी की समस्या उत्पन्न हो गई है. उन्होंने कहा कि एक तरफ सरकार रोजगार देने की बात करती है. वहीं दूसरी ओर सरकार द्वारा लिए गए अचानक निर्णय से इंटर से जुड़े शिक्षक एवं शिक्षकेत्तर कर्मचारी के सामने रोजगार का संकट उत्पन्न हो गई है. ज्यादातर शिक्षकों की आयु 50 वर्ष हो चुकी है. ऐसे में वो किसी प्रतियोगी परीक्षा के लायक भी नहीं है. सीमा सिंह ने कहा कि इतने दिनों हम लोगों ने छात्रों को शिक्षा दी.
उम्र के इस पड़ाव में सभी कहां जाएंगे. इसलिए सरकार से मांग करते हैं कि सरकार हमें कहीं समायोजित करे. अभी इंटर स्कूलों में शिक्षकों की भारी कमी है. वहीं इंटर स्कूलों में इतना संसाधन नहीं है कि इतने बच्चों को वहां एडजस्ट किया जा सके. ऐसे में जब तक कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं होती है. तब तक कॉलेजों में इंटर की पढ़ाई को जारी रखा जाए. इस अवसर पर रागिनी नाग, नवनीत कुमार सिंह, मो.जावेद अख्तर, कमलेश कुमार, प्रभात रंजन तिवारी, डॉ.रामानुज पांडे, अंजनी कुमार झा, संजली कौसर, जितेन महतो, अवधेश ठाकुर, नितेश कुमार सहित अन्य उपस्थित थे.