फतेह लाइव, रिपोर्टर.
सिंहभूम जिला हिन्दी साहित्य सम्मेलन/तुलसी भवन द्वारा संस्थान के प्रयाग कक्ष में मासिक “कथा मंजरी” सह मुक्तिबोध और बाल मुकुन्द गुप्ता की जयंती एवं श्रीमती पद्मा प्रसाद ‘विन्देश्वरी’ रचित पुस्तक’ यायावरी के दिन’ का लोकार्पण समारोह आयोजित किया गया. कार्यक्रम की अध्यक्षता साहित्य समिति की मार्गदर्शिका डाॅo रागिनी भूषण संचालन साहित्य समिति के उपाध्यक्ष अशोक पाठक ‘स्नेही’ ने की.
दीप प्रज्वलन के साथ समारोह की शुरुआत हुई. सरस्वती वंदना माधवी उपाध्याय ने प्रस्तुत की. स्वागत वक्तव्य तुलसी भवन के मानद महासचिव डाॅ० प्रसेनजित तिवारी ने दिया. मुक्तिबोध एवं बालमुकुंद गुप्त का साहित्यिक जीवन परिचय क्रमश: अजय प्रजापति तथा शकुंतला शर्मा ने विस्तार से प्रस्तुत किया. तत्पश्चात लोकार्पित पुस्तक” यायावरी के दिन” पर पाठकीय प्रतिक्रिया डाॅo रागिनी भूषण ने प्रस्तुत किया.
इसके बाद रचनाकार का परिचय रीना सिन्हा ‘सलोनी’ एवं कार्यक्रम के अंत में धन्यवाद ज्ञापन साहित्य समिति, तुलसी भवन के कार्यकारी अध्यक्ष डाॅo यमुना तिवारी ‘व्यथित’ द्वारा दी गई. कार्यक्रम के दूसरे सत्र ‘कथा मंजरी’ के मौके पर विभिन्न विषयों को स्पर्श करती हुई कुल 9 कहानियों का पाठ किया गया, जिसकी समीक्षात्मक टिप्पणी कथा पाठ के उपरान्त डॉ रागिणी भूषण ने अपने वक्तव्य के दौरान की.
इस अवसर पर मुख्य रुप से डाॅ० अजय कुमार ओझा, माधवी उपाध्याय, सुरेश चन्द्र झा, डाॅ० उदय प्रताप हयात, रीना सिन्हा सलोनी, कैलाश नाथ शर्मा ‘गाजीपुरी’, हरिहर राय चौहान, शिव नन्दन प्रसाद, डाॅo संध्या सिन्हा, वीणा कुमारी नंदिनी, उपासना सिन्हा, स्तुति आदर्श, पाण्डेय सुरेश दत्त प्रणय, डाॅo उदय प्रताप हयात, रंदी सत्यनारायण राव, हरि मित्तल, उषा झा, हरभजन सिंह रहबर, शिप्रा सैनी मौर्या, डाॅo संजय पाठक सनेही, रीना गुप्ता श्रुति, माधुरी मिश्रा, कन्हैया लाल अग्रवाल, सुजय कुमार सहित अनेक साहित्यकारों की उपस्थिति रही.


