फतेह लाइव, रिपोर्टर.
जमशेदपुर में पीसी आरपीएफ पोस्ट टाटा की देखरेख में आरपीएफ पोस्ट टाटा और सीआईबी टाटा के अधिकारी और कर्मचारियों ने “जेएनबी एंटरप्राइजेज 113 शास्त्री नगर, ब्लॉक नंबर 01 कदमा, जमशेदपुर” पर सोमवार को छापेमारी की. पोस्ट इंचार्ज राकेश मोहन को गुप्त सूचना मिली थी कि यहां ई-टिकट की कालाबाजारी होती है. इससे रेलवे के ग्राहक जहां ठगे जाते हैं. वहीं, रेलवे को भी राजस्व का नुकसान हो रहा है.
इस छापामारी में कदमा से एजेंट बिजय सिंह को दबोचा गया. उसके पास से आईडी WPAYPNT09210) में बनाई गई नई और पुरानी ई टिकटें जब्त की गई. उपरोक्त टिकट उसकी व्यक्तिगत उपयोगकर्ता आईडी “rananewly” और “yash0375” द्वारा बनाए गए थे. उसने आगे खुलासा किया कि उसके पास रेलवे अधिकृत एजेंट आईडी “WPAYPNT09210” है.
पुराने दलाल भी कर रहें यही काम
बताया जाता है कि रेलवे लाइसेंस का कोटा पूरा होने के बाद ये लाइसेंसधारी अपनी पर्सनल आईडी का उपयोग कर टिकट अधिक मूल्य पर बेचते हैं. सूत्रों के अनुसार ऐसे कई पुराने टिकट दलाल हैं, जिन्होंने खुद को काउंटर से दूर करते हुए यह खेल घर बैठकर और साइबर से चला रहे हैं. परोक्ष या अप्रोक्ष रूप से उनकी कर्मचारियों से मिलीभगत भी होती है. उनके मोबाइल को ट्रेस कर यह बड़ा खुलासा किया जा सकता है. वह पुराने चेहरे कभी कभी काउंटर में भी पहुंचते हैं. उनकी सीसी बँधी हुई होती है.
छापामारी टीम में ये थे शामिल
छापामारी दल में टाटा पोस्ट से एसआई राजबीर कुमार, एएसआई एसके पांडे, टास्क टीम के एएसआई डीके सिंह, सीआईबी से दारोगा रामबाबू सिंह, एएसआई नागेंद्र कुमार आदि शामिल थे.
ये किया गया बरामद
एक लाइव ई-जनरल टिकट (मूल्य लगभग रु. 1091.80/-)
23 पुराने ई-जनरल टिकट (मूल्य लगभग रु. 53437.95/-)
12 पुराने ई-तत्काल टिकट (मूल्य लगभग रु. 14300.20/-)
7 पुराने ई-प्रीमियम तत्काल टिकट (मूल्य लगभग रु. 17598/-)
एक Xiaomi हाइपर ओएस मोबाइल
एक बीटल कंपनी का मॉनिटर
एक जेब्रोनिक्स कंपनी का सी.पी.यू
एक प्रो डॉट कंपनी कीबोर्ड
क्वांट्रोन कंपनी का एक माउस
एक डिस्प्ले केबल
एक बिजली आपूर्ति केबल