फतेह लाइव, रिपोर्टर.


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार (26 फरवरी) को ऑनलाइन अमृत भारत योजना के तहत 2000 रेलवे इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स का उद्घाटन व शिलान्यास किया. इनमें 553 रेलवे स्टेशन का रीडेवलपमेंट के अलावा स्टेशन पर रूफटॉप प्लाजा और सिटी सेंटर विकसित करने और दूसरी सेवाओं में सुधार करना है. अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने कहा कि यह कार्यक्रम में नए भारत के नए वर्क कल्चर का प्रतीक है. देश की रफ्तार तेज हो रही है हम बड़े सपने देखते हैं और उन्हें पूरा करने के लिए दिन-रात काम करते हैं. ये नए विकसित भारत का संकल्प है. 27 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के अमृत भारत स्टेशनों में 19 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा लागत के काम होंगे. इसके अलावा 24 राज्यों में लगभग 1500 रोड ओवरब्रिज और अंडरब्रिज की आधारशिला भी रखेंगे.इनमें राजस्थान के 21 रेलवे स्टेशन और 108 ब्रिज, मध्य प्रदेश के 33 रेलवे स्टेशन और 105 ब्रिज, बिहार के 33 रेलवे स्टेशन और 72 ब्रिज शामिल हैं.
टाटानगर स्टेशन में बतौर मुख्य अतिथि राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन, दक्षिण पूर्व रेलवे के जीएम एके मिश्रा, चक्रधरपुर रेल मंडल के डीआरएम अरुण जे राठौड़, सांसद विद्यूत वरण महतो, जमशेदपुर के उपायुक्त अनन्य मित्तल, एसएसपी किशोर कौशल समेत रेलवे और प्रशासन के कई पदाधिकारी मौजूद रहे. टाटानगर स्टेशन को विश्वस्तरीय बनाने के लिए कुल 350 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे. वहीं चक्रधरपुर रेल मंडल के कुल 18 स्टेशनों को अमृत भारत मिशन के तहत पुनर्विकसित किया जाना है जिसके लिए कुल 580 करोड़ रुपये खर्च किए जाने है. वहीं 44 एफओबी और अंडर पास का भी निर्माण होना है.
मुख्य अतिथि राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने संबोधन में कहा कि आज के दिन देश के विकास के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण दिन है. देश के विकास के लिए बेहतर इंफ्राटेक्चर का होना बेहद जरुरी है जिस देश के प्रधानमंत्री नेरंद्र मोदी ने समझा और इस ओर ध्यान दिया. प्रधानमंत्री द्वारा अमृत भारत योजना लाई गई जिसके तहत देश भर में रेलवे को और भी बेहतर बनाने का कार्य किया जा रहा है. एक दशक पूर्व की बात की जाए तो स्टेशनों में गंदगी का अंबार लगा होता था. प्रधानमंत्री द्वारा स्वच्छ भारत अभियान की शुरुआत की गई जिसके बाद आज स्टेशनों में सफाई का स्तर काफी बढ़ गया है. उन्होंने सफाई कर्मियों की भी सराहना की. नरेंद्र मोदी की बदौलत आज देश विश्व का पांचवा सबसे बड़ा अर्थव्यवस्था वाला देश है जो आगे तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनकर उभरेगा.टाटानगर स्टेशन के विश्वस्तरीय बनने के बाद उन्होंने स्टेशन पहुंच, सर्कुलेटिंग एरिया, वेटिंग हॉल, शौचालयों में सुधार, स्वच्छता, फ्री वाईफाई, एक स्टेशन एक प्रोडक्ट और बेहतर यात्री सूचना प्रणाली के माध्यम से स्टेशनों पर सुविधाओं में सुधार किये जाएंगे.
इसके अलावा स्टेशन परिसर में मॉल बनाए जाएंगे और वो सभी सुविधाएं उपलब्ध होंगीं जो एक एयरपोर्ट में होती है. टाटानगर स्टेशन कुल 3.50 लाख वर्ग फीट में बनेगा. इसके अलावा चक्रधरपुर रेल मंडल के जिन स्टेशनों में पुनर्विकास होना है उनमें बड़ा जामदा, बिमलागढ़, चाईबासा, चक्रधरपुर, डोंगवापोसी, गम्हरिया, जरौली, रायरंगपूर, पंपोश और सीनी शामिल है. इसके अलावा खड़गपुर टाटा और टाटा राउरकेला रेल लाइन के बीच कई एलएचएस, आरओबी, आरयूबी और सबवे का निर्माण किया जाना है. टाटानगर स्टेशन के पुनर्विकास के लिए दिल्ली की कंपनी डिजाइन एकॉर्ड कंस्लटेंट ने डीपीआर तैयार किया है.