जमकर हुआ हंगामा, थानेदार आनंद मिश्रा ने मोर्चा संभाला
फतेह लाइव, रिपोर्टर.
जमशेदपुर में साकची गुरुद्वारा कमेटी के नए प्रधान चुनाव की गहमा गहमी में रविवार की शाम को नया मोड़ तब आया जब निवर्तमान प्रधान सरदार निशान सिंह ने आमसभा में अपनी कमेटी भंग कर ट्रस्टी सतनाम सिंह सिद्धू को कार्यवाहक प्रधान चुने जाने की घोषणा की. शाम चार बजे से शुरू हुई बैठक को निशान सिंह ने दस मिनट में ही खत्म करने की कोशिश की, लेकिन हरविंदर सिंह मंटू, जोगिंदर सिंह जोगी, अजीत सिंह गंभीर, अमरदीप सिंह सिद्धू , हरदयाल सिंह एवं गुरदेव सिंह राजा संदीप सिंह सिद्धू अपने साथियों के साथ वहां पहुंच गए.
यह भी पढ़े : West Bengal : पश्चिम बंगाल में हिंदू पर अत्याचार के विरोध में मुख्यमंत्री का पुतला दहन
इन्हें जानकारी मिली तो संवैधानिक सवाल उठा कर हंगामा करना शुरू कर दिया कि ट्रस्टी कैसे कार्यवाहक अध्यक्ष बन सकता है. वहां पहले से मौजूद साकची थाना प्रभारी सह पुलिस निरीक्षक आनंद कुमार मिश्रा पुलिस बल के साथ उपस्थित थे. मंटू,जोगी एवं अन्य ने उन्हें बताया कि जो ट्रस्टी रहता है. वह कभी भी प्रधान अथवा कार्यवाहक प्रधान नहीं बन सकता है. सतनाम सिंह सिद्धू के रहते निष्पक्ष एवं पारदर्शी चुनाव प्रक्रिया संपन्न होने की संभावना नहीं रहेगी. ऐसे में उसे हटाया जाए.थाना प्रभारी ने फिर सरदार निशान सिंह से पूछा कि क्या संविधान में प्रावधान है कि ट्रस्टी कार्यवाहक प्रधान बन सकता है? जवाब न में रहा और उसके बाद ही सर्वसम्मति से दूसरे व्यक्ति को कार्यवाहक प्रधान चुनने के लिए कहा गया.थाना प्रभारी के कहे अनुसार निशान सिंह की ओर से प्रधान निशान सिंह, सतनाम सिंह सिद्धू, अवतार सिंह पूर्ति, सन्नी सिंह, हरविंदर सिंह एवं हरविंदर सिंह मंटू की ओर से गुरदेव सिंह राजा, जोगिंदर सिंह जोगी सतबीर सिंह गोल्ड, अजीत सिंह गंभीर और बलबीर सिंह बाऊ कार्यालय में थाना प्रभारी के सामने बैठे और फिर यहां पूर्व सचिव सुखदेव सिंह का नाम सतवीर सिंह गोल्डु ने प्रस्तावित्त किया, जिसे सभी ने स्वीकार कर लिया. इधर अजीत सिंह गंभीर ने कहा कि निशान सिंह ने संविधान की आज धज्जियां उड़ाई है. संगत में कई योग्य एवं निष्पक्ष व्यक्ति हैं, जिन्हें यह जिम्मेदारी दी जा सकती थी. उधर, आमसभा में सतिन्दर सिंह रोमी को कनवीनर घोषित किया गया है.