फतेह लाइव, रिपोर्टर.

जमशेदपुर के साकची गुरुद्वारा में प्रधानगी की कुर्सी को लेकर चला आ रहा विवाद आज 55 दिन बाद भी समाप्त होने का नाम नहीं ले रहा है. उल्टे हर दिन किसी ना किसी पेंच को लेकर विवाद और गहराते जा रहा है. अब चुनाव को लेकर एक नया मामला सामने आया है, जिसमें शनिवार को निशान सिंह ने अपनी कमेटी का विस्तार किया और जमशेदपुर के प्रमुख उद्धमी अमरप्रीत सिंह काले को संरक्षक बना डाला. इस मामले को लेकर विपक्ष ने भी अपनी चाल खेलनी शुरू की. उन्होंने भी अमरप्रीत सिंह काले से संपर्क किया, तो उन्हें पता चला कि निशान सिंह की अमरप्रीत सिंह काले को कमेटी में रखे जाने के मसले पर कोई बात ही नहीं हुई है. अब इस मामले में विपक्ष निशान सिंह को घेरने की तैयारी कर रहा है. विपक्ष में किंगमेकर की भूमिका अदा कर रहे जोगिंदर सिंह जोगी ने निशान सिंह पर हमला बोलते हुए कहा है कि वह झूठे हैं. शुरू से ही साकची की संगत को गुमराह करते आये हैं.

इधर, इस मामले को लेकर अगर अमरप्रीत सिंह की बात की जाये, तो शुरू से ही वह सीजीपीसी और साकची गुरुद्वारा में संरक्षक रहे हैं, लेकिन पूर्ण रूप से निर्विवादित. वह समाज के हर पक्ष से मिलते जुलते आये हैं और उन्हें समझाते भी रहे हैं कि गुरुद्वारा कमेटियों में जो भी विवाद उत्पन्न हैं. वह सब बंद होना चाहिए. इससे गुरु घर की मर्यादा को ठेस पहुंचती है.

इस संबंध में अमरप्रीत सिंह काले से बात की गई तो उन्होंने कहा कि वह सीजीपीसी, साकची गुरुद्वारा कमेटी में संरक्षक रहे हैं. अब अगर हरविंदर सिंह मंटू भी उन्हें मुख्य संरक्षक बना लेते हैं तो मैं उनका बड़पन है. उन्होंने कहा कि इस संबंध में मेरी निशान सिंह और विपक्ष के लोगों से बात हुई है. मेरे लिए दोनों पक्ष के लोग बराबर हैं.

उधर जोगी का आरोप है कि निशान सिंह ने बनाई गई कमेटी में हरचरण सिंह लोधी, रघुवीर सिंह को भी बिना उनकी सहमति के रखा गया है. जब साकची गुरुद्वारा का मामला हाईकोर्ट में है तो निशान सिंह कैसे कमेटी बना रहे हैं. खुद को प्रधान घोषित कर रहे हैं. साकची की संगत जागरूक है और निशान सिंह उन्हें गुमराह नहीं कर सकते.

Share.
© 2025 (ਫਤਿਹ ਲਾਈਵ) FatehLive.com. Designed by Forever Infotech.
Exit mobile version