फतेह लाइव, रिपोर्टर.
जमशेदपुर के साकची गुरुद्वारा के प्रधान पद का चुनाव भारी सरगर्मी के बीच चुनाव प्रचार में विजयी प्राप्ति का उदाहरण पेश कर रहा है. अगर केवल विपक्ष के उम्मीदवार हरविंदर सिंह मंटू के प्रचार अभियान की बात करें तो पूरी टीम इसमें अपना जलवा वोटरों के बीच बिखेर रही है और दावा कर रही है कि इस चुनाव में एकतरफा परिणाम आएगा. पोस्टर बैनर से वोटरों के इलाके को पाटने में भी टीम कोई कसर नहीं छोड़ रही है तांकि उनके उम्मीदवार का चेहरा कोई भूले नहीं. सोमवार को भी चुनावी प्रचार में मंटू टीम का जलवा देखने को मिला, जहां सुबह से देर शाम तक डोर टू डोर कैंपनिंग के साथ सीधे व्यक्तिगत तौर पर लोग संपर्क करने में जुटे रहे. साकची के राजेन्द्रनगर, स्वर्णिरेखा फ्लैट, न्यू काशीडीह में विपक्ष का तूफानी दौरा हुआ. वोटरों की लिस्ट का मिलान किया गया. उन्हें भावी मुद्दों से अवगत कराते हुए मौजूदा प्रधान निशान सिंह के हिटलरशाही रवैये से अवगत कराया गया कि वह अपने कार्यकाल का हिसाब नहीं दे रहें हैं. संगत ने मंटू को वादा किया कि वह उनके साथ हैं.
जोगी के कार्यालय की साख दांव पर
इस चुनाव में भी मुख्य केंद्र बिंदु भाजपा नेता जोगिंदर सिंह जोगी का साकची कार्यालय बना हुआ है, जिसकी साख दांव पर लगी है. रातों रात राजनीतिक पार्टियों के झंडे बदलने, नेताओं को अपने पाले में करने वाले जोगी की शातिर दिमागी तिगड़म इसी कार्यालय से सिख राजनीति को ऊंचाइयों तक पहुँचाने के लिए जानी जाती है. गत चुनाव में निशान सिंह के साथ जोगी थे. उन्हें वरीय उपाध्यक्ष का ताज भी मिला.
सीजीपीसी के प्रधान भगवान सिंह को जीत दर्ज कराने का श्रेय भी इसी कार्यालय से हुआ. वह बात और है कि जोगी सीजीपीसी चुनाव के तुरंत बाद भगवान से एक घटनाक्रम में अलग हो गए थे. इस चुनाव में कुछ सिख राजनीति समीकरण उलट फेर हुए हैं. मंटू की जीत के लिए इसी कार्यालय से जोगी ने बीड़ा उठाया है. यह कहना गलत नहीं होगा कि अगला सीजीपीसी चुनाव का गढ़ भी यही कार्यालय बनेगा.
चुनाव प्रचार में ये थे शामिल
इस अभियान में निशान सिंह से अलग हुए जोगिंदर सिंह जोगी, राजू मारवाह के साथ मंटू के पूरजोर साथी अजीत गंभीर, सरबजीत सिंह टोबी, रिखराज सिंह रिकी, अवतार सिंह, त्रिलोचन सिंह पप्पी बाबा, अमन सिंह, हरजीत सिंह, दीपक गिल, एसपी काले, आजाद सिंह बिट्टू, बलदेव सिंह, महेंद्र सिंह, पाल्ली, अमरीक सिंह जख़्मी, कश्मीर सिंह, उद्धम सिंह, रॉकी सिंह, सरबजीत सिंह साब्बी आदि लोग मौजूद थे.