विपक्ष ने कई घोटाले का लगाया सनसनीखेज आरोप, शिक्षक बहाली को लेकर खोले चौकाने वाले राज
आरोप-प्रत्यारोप को लेकर सिख समाज पर बनी सबकी निगाहें, शीघ्र चुनाव से ही आएगा विराम
फतेह लाइव, रिपोर्टर.
जमशेदपुर के साकची गुरुद्वारा में प्रधान पद के लिए चुनावी सरगर्मी बढ़ी हुई है. प्रधान निशान सिंह की टीम से उनके वरीय उपाध्यक्ष जोगिंदर सिंह जोगी ही नहीं और भी कई पदाधिकारी हैं, जो बागी हो चुके हैं. इनमें वरीय उपाध्यक्ष राजू मारवाह, मोदी खाना के इंचार्ज महेंद्र सिंह पहलवान, मैदान इंचार्ज सतबीर सिंह गोलडू, हाई स्कूल में जॉइंट सचिव एवं मोदी खाना इंचार्ज अवतार सिंह हैं, जो अब विपक्ष के उम्मीदवार हरविंदर सिंह मंटू को अपना समर्थन दे चुके हैं. इन्हें पूर्व प्रधान गुरदेव सिंह राजा, अजीत सिंह गंभीर, दीपक गिल जैसे वरीय लोगों का भी समर्थन मिला हुआ है.
बुधवार को विपक्ष के लोगों ने एक प्रेस वार्ता के दौरान प्रधान निशान सिंह और उनकी टीम को लूटेरा बताया. साकची स्थित जोगी के कार्यलय में हमला बोलते हुए कई सनसनीखेज आरोप लगाए, जिससे पूरे सिख समाज पर लोगों की नजरें जा टिकी हैं.
जोगिंदर सिंह जोगी ने कहा कि प्रधान ने वैसाखी वाले दिन औपचारिकता निभाते हुए हिसाब पेश किया. हम उनसे लगातार पूछ रहे हैं कि सोलर लाइट का हिसाब दें. जोगी ने आरोप लगाया कि संगत को 55 केवी का सिस्टम बताकर 50 केवी का लगाया गया. इसी के साथ ही गुरुद्वारा में सोलर सिस्टम लगते ही प्रधान के घर में भी यह व्यवस्था हुई. उन्हें अंदेशा है कि गुरु घर की कमाई से यह कार्य कराया गया है. जोगी ने बड़ा खुलासा किया कि तीन साल में नौ लोगों की ऐतिहासिक शिक्षक बहाली की गई. उसके लिए जो गुरु की गोलक में लाखों लाखों का दान आया, उसका हिसाब भी वह सार्वजनिक नहीं कर रहे हैं. इसी तरह साकची मैदान में सौंदर्यीकरण का कार्य अपने चहेते को देकर उसमें भी बंदर बांट किया गया.
प्रेस कॉन्फ्रेंस में मौजूद जोगी, गुरदेव सिंह राजा ने कहा कि प्रधान ने वैसाखी के दिन पिछली कमेटी पर 13 लाख की देनदारी की जो बात कही. उससे पर्दा उठाते हुए कहा कि बकाया रखने वाले पूर्व प्रधान उनकी टीम में उच्च पद पर बने हुए हैं. प्रधान ने वह राशि गुरु घर में वापस कराने के लिए तीन सालों में क्यों नहीं दबाव बनाया.
वैसाखी में प्रधान से संगत को बधाई देने के लिए समय मांगा गया. उन्होंने नहीं दिया. जब उन्होंने बधाई संदेश का पोस्टर लगाया तो उसे भी बौखलाकर फड़वा दिया गया. पोस्टर फाड़ते हुए उनके पदाधिकारी हरपाल सिंह और गुरुद्वारा के सामने होटल संचालक के बेटे को सीसीटीवी में देखा गया.
इसी तरह गुरुद्वारा में पंजाब साउंड एंड सिस्टम नाम से अपने जात भाई सतिन्दर सिंह रोमी को काम दिया गया. विपक्ष ने कहा कि पूरे शहर में इस नाम का कोई सिस्टम नहीं है. रोमी दूसरों से सिस्टम लगाकर कमीशन खाते हैं और उसका हिस्सा प्रधान को भी जाता है. इस तरह कई ऐसे खुलासे हैं, जिससे साबित होता है कि प्रधान और उनकी टीम गुरु घर को लूट रही है. ग्रंथियों को स्कूटी बांटकर संगत को गुमराह कर रही है.
इन सब मुद्दों को लेकर हिसाब दिखाने के लिए जब वह प्रधान और उनके महासचिव परमजीत सिंह काले को फोन करते हैं तो वह फोन नहीं उठाते, जबकि वैसाखी के दिन उन्होंने घोषणा की थी कि संगत उनसे हिसाब देख सकती है तो फिर उन्हें हिसाब देने में किस चीज का डर है.
पूर्व प्रधान गुरदेव सिंह राजा ने कहा कि उनकी बेटी की शिक्षक बहाली करने की बात थी. वह दस लाख की जगह 12 लाख लेकर गए थे, लेकिन प्रधान ने 17 लाख लेकर दूसरे को बहाल कर लिया गया. इससे मेरी बेटी के भविष्य से खिलवाड़ किया गया. वह 17 लाख का हिसाब भी प्रधान को देना होगा.
अंत में बड़ा आरोप लगाते हुए विपक्ष के लोगों ने कहा कि प्रधान और उनकी टीम पर अब जब दबाव बन रहा है तो वह जातीय समीकरण बनाने लगे हैं. अपने जात के लोगों के घर घर जा रहे हैं, लेकिन उनकी बेईमानी संगत जान चुकी है. इस चुनाव में संगत उनको मुंह तोड़ जवाब देगी.
(नोट- इन आरोपों को लेकर प्रधान निशान सिंह का पक्ष भी जल्द प्रकाशित होगा)