फतेह लाइव, रिपोर्टर.
गुरुद्वारा प्रबंधक कमिटी, साकची ने सतगुर का ओट आसरा और आदेश लेकर वोटर लिस्ट बनाने का कार्य प्रारंभ कर चुनावी दस्तक दे दी है.
मंगलवार को गुरुद्वारा साहिब साकची में मुख्य ग्रंथी भाई अमृतपाल सिंह मन्नन ने वोटर लिस्ट बनाने के कार्य आरंभता के लिए दसों गुरु की जोत गुरुग्रंथ साहिब के चरणों में कार्य सफलता की अरदास की. कहा जा सकता है कि विपक्ष को इस प्रक्रिया से जोर का झटका धीरे से लगा होगा, क्यूंकि चुनावी प्रक्रिया शुरू नहीं होने को लेकर ही उनका हंगामा बरप रहा था. प्रधान निशान सिंह ने चुनावी प्रक्रिया को समय से शुरू किया होगा, इससे इंकार नहीं किया जा सकता. शहर के गुरुद्वारों में अक्सर यह देखा गया है कि खुद स्वयंभू बनकर प्रधान की घोषणा करने की होड़ मची रहती है, जो निशान सिंह ने अपने दूसरे कार्यकाल में नहीं किया और वोटर लिस्ट निर्माण का कार्य प्रारम्भ किया.
खैर, प्रधान निशान सिंह सहित महासचिव परमजीत सिंह काले, महासचिव (स्कूल) शमशेर सिंह सोनी, सतिंदर सिंह रोमी, ट्रस्टी सतनाम सिंह सिद्धू, इंद्रजीत सिंह निक्कू, सतनाम सिंह घुम्मन, अजायब सिंह बरियार, हरपाल सिंह सिद्धू, सन्नी सिंह, जसबीर सिंह गांधी, सुरजीत सिंह छीते, जयमल सिंह, जसपाल सिंह जस्से, दलजीत सिंह एवं अमरपाल सिंह अरदास में शामिल हुए और बोले सो निहाल सतश्रीअकाल के जयकारे के साथ कार्य आरंभ किया.
नई मतदाता सूची बनने से साकची परिक्षेत्र के सिख समुदाय के सदस्य को योग्य प्रधान चुनने के लिए अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकेंगे.
गुरुद्वारा प्रबंधक कमिटी, साकची के मुख्य सेवादार सरदार निशान सिंह ने कहा, वोटर लिस्ट बनाना चुनाव की पूर्व प्रक्रिया है इसलिए सदस्यों को उनके अधिकारों और कर्तव्यों के प्रति जागरूक करना है. वोटर लिस्ट बनाने का कार्य इसी दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है.
कमिटी के अन्य सदस्यों में परमजीत सिंह काले और शमशेर सिंह सोनी का कहना है कि वोटर लिस्ट बनाने का कार्य पूरी तरह से निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से किया जाएगा. उन्होंने कहा, कमिटी की कोशिश होगी कि वोटर लिस्ट में किसी भी प्रकार की त्रुटि न हो और सभी पात्र मतदाताओं का नाम इसमें शामिल हो.
गौरतलब है की गुरुद्वारा प्रबंधक कमिटी साकची 20 अप्रैल (रविवार) को शाम चार बजे जनरल बॉडी मीटिंग (जीबीएन) रखी है जिसमे चुनाव संबंधी बहुत से महत्वपूर्ण फ़ैसले लिए जाएँगे. प्रधान निशान सिंह के कार्यकाल की चर्चा पूरे शहर में हो रही है, जो पूरे विरोधियों के लिए गले की हड्डी साबित हो सकती है.