फ़तेह लाइव,डेस्क
साकची गुरुद्वारा में प्रधान पद के चुनाव पर हो रहे विवाद पर नाराजगी जताते हुए साकची गुरुद्वारा साहिब के ट्रस्टियों ने शुक्रवार को सीजीपीसी के नाम पत्र लिख चुनाव में हस्तक्षेप नहीं करने को कहा है। शुक्रवार को ट्रस्टी राबिंदर सिंह, सतनाम सिंह सिद्धू और अवतार सिंह फुर्ती ने तल्ख अंदाज में में बयान जारी करते हुए कहा है कि साकची का अपना संविधान है और इसी के मुताबिक ही चुनाव होते आया है और कभी किसी संस्था ने हस्तक्षेप नहीं किया है परंतु इस बार सीजीपीसी क्यों हस्तक्षेप कर रही है उनकी समझ से परे है।
सीजीपीसी के प्रधान भगवान सिंह के नाम लिखे गए पत्र में कहा गया है कि साकची गुरुद्वारा के ट्रस्टियों की एक अहम बैठक चुनाव को लेकर आहूत की गई थी जिसमे ट्रस्टी राबिंदर सिंह, सतनाम सिंह सिद्धू और अवतार सिंह फुर्ती शामिल हुए जबकि अन्य ट्रस्टी अवतार सिंह भामरा और जगजीत सिंह खराब स्वास्थ के कारण शामिल नहीं हो सके थे। ट्रस्टियों का कहना है कि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी साकची के द्वारा जो चुनावी प्रक्रिया चल रही है। गुरुद्वारा साहिब साकची के ट्रस्टियों द्वारा धालभूम अनुमंडल पदाधिकारी के आदेश के आलोक में निर्णय लिया गया है कि साकची गुरुद्वारा साहिब का एक अपना संविधान है और जो भी चुनावी प्रक्रिया के संबंध में जो भी कार्य होंगे इसी संविधान के तहत ही किए जाएँगे। तीनों ट्रस्टियों ने कहा कि चुनाव संयोजक सतिंदर सिंह रोमी एवं सह-संयोजक श्याम सिंह संविधान अनुसार मिलकर चुनावी प्रक्रिया करवाने में सक्षम हैं एवं करवाएगें ट्रस्टी उनके लिए एक मजबूत सहयोगी के रूप में कार्य करेंगे एवं सीजीपीसी का कोई भी संस्था की हस्तक्षेप स्वीकार नही करेगें।