फतेह लाइव, रिपोर्टर


जमशेदपुर पश्चिमी के विधायक सरयू राय ने सोमवार को तारांकित प्रश्न के माध्यम से जमशेदपुर में चोरी, छिनतई, गोली कांड और गृहभेदन के कांडों की बढ़ती घटनाओं पर सरकार से जवाब मांगा. उन्होंने सरकार से यह भी कहा कि शहरों में पुलिस बल का बड़ा हिस्सा दोपहिया वाहनों की चेकिंग में लगा दिया गय़ा है. कई बार तो एक ही वाहन की चेकिंग दो-दो बार की जा रही है. यदि इस पुलिस बल को अपराध नियंत्रण में लगाया जाय तो बेहतर होगा. क्या सरकार ऐसा करना चाहती है? इस पर प्रभारी मंत्री ने कहा कि इस पर विचार किया जाएगा. विधायक ने कदमा फार्म एरिया में हुए गृहभेदन की घटनाओं पर विशेष तौर पर सवाल पूछा तो मंत्री ने कहा कि इसमें अंतर्राज्यीय गिरोह संलिप्त है. गौरतलब है कि जमशेदपुर में गृहभेदन के 24 कांडों में से केवल चार कांडों का ही उद्भेदन अभी तक हो पाया है.
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विधान सभा में उठाया डायलिसिस का मुद्दा
जमशेदपुर पश्चिमी के विधायक सरयू राय ने सोमवार को विधानसभा में विशेष सूचना के माध्यम से जमशेदपुर के अस्पतालों में आयुष्मान योजना के तहत डायलिसिस के मरीजों के कठिनाईयों की ओर सरकार का ध्यान आकृष्ट कराया. श्री राय ने कहा कि पहले एक बार में डायलिसिस करने वाले मरीजों को 12 बार डायलिसिस कराने का रजिस्ट्रेशन हो जाता था, परन्तु अब प्रत्येक डायलिसिस के समय उन्हें डायलिसिस केन्द्र में जाकर रजिस्ट्रेशन के लिए आवेदन करना पड़ता है. रजिस्ट्रेशन कंफर्म होने में 8 से 10 घंटा तक का समय लग जाता है. रजिस्ट्रेशन होने के बाद 3-4 घंटा डायलिसिस में लग जाता है. इससे मरीजों को भारी परेशानी होती है. विडम्बना है कि रजिस्ट्रेशन होने की प्रक्रिया में अस्पताल मरीजों से डायलिसिस का पूरा भुगतान ले लेती हैं, परंतु मरीजों का रजिस्ट्रेशन हो जाने के बाद वे इस राशि को वापस नहीं करते हैं. मरीजों को दोहरा घाटा हो रहा है. राज्य सरकार यह सुनिश्चित कराये कि पूर्व की भांति एक बार में 12 डायलिसिस कराने का रजिस्ट्रेशन हो जाय ताकि मरीजों को राहत मिल सके.