फ़तेह लाइव,डेस्क
हिंदू धर्म में सावन महिना को बहुत पवित्र माना जाता है. हर हीने का अपना विशेष महत्व है लेकिन वहीं, सावन माह को बेहद ही महत्वपूर्ण माना गया है. सावन में पड़ने वाली सभी तिथि और व्रत को सुख- सौभाग्य का कारक माना गया है. सावन में इस बार पांच सोमवारी पड़ रही है जिसमे पहली सोमवारी बीते 22 जुलाई को बहुत ही सुभ योग के साथ समाप्त हो गयी है.
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अब अगली सोमवारी कल यानि की 29 जुलाई को पड़ रही है पहली सोमवारी की तरह दूसरी सोमवारी भी बेहद शुभ मुहूर्त के साथ आया है. बहुत सालो बाद ऐसा उत्तम योग देखने को मिल रहा है. सावन भगवान शिव को बेहद प्रिय महीना है. इस माह में शिव जी की कृपा पाने के लिए उनकी विधिवत रूप से पूजा करने से मनचाही इच्छा पूरी होती है. हम अपने आर्टिकल के माध्यम से बताएँगे सोमवारी में पूजा करने का सही मुहूर्त और योग.
दूसरा सावन सोमवार मुहूर्त और योग
- सावन के दूसरे सोमवार पर भरणी नक्षत्र प्रातः 10 बजकर 55 मिनट तक है, उसके बाद से कृत्तिका नक्षत्र है।
- शुभ योग की बात करें तो गण्ड योग सुबह से शाम 05 बजकर 55 मिनट तक है, इसके बाद वृद्धि योग प्रारंभ होगा।
- सोमवार को ब्रह्म मुहूर्त प्रातः काल 04 बजकर 17 मिनट से 04 बजकर 59 मिनट तक है।
- अभिजीत मुहूर्त दोपहर 11 बजकर 48 मिनट से बजे से 12 बजकर 42 तक है।