फतेह लाइव, रिपोर्टर.
सिंदरी बस्ती निवासी अनिल रजवार के पुत्र आकाश रजवार (22) को यहां हर्ल कारखाना में रोजगार नहीं मिलने के कारण रोजगार की तलाश में सूरत गया था, जहां अचानक तबीयत खराब होई और उसकी मौत हो गई. गुरुवार को आकाश रजवार का शव उनके पैतृक गांव लाया गया. इससे उनका घर में कोहराम मचा हुआ है एवं पूरे गांव में मातम छाया हुआ है. मृतक आकाश रजवार के पिता अनिल रजवार हर्ले में वाटर सर्विस विभाग में मजदूर का कार्य दशकों से करते थे. हर्ल प्रबंधन ने FCI के अंतर्गत ठेका में कार्यरत 66 मजदूरों को शुरू में काम पर रखा, 4 महीने तक 66 मजदूरों से हर्ल प्रबंधन काम भी लिया. उन सभी का वेतन भुगतान भी किया. उसके बाद 66 में से 45 मजदूरों को काम पर रखा जो अभी हर्ल में कार्यरत है एवं बाकी 21 मजदूरों को काम से यह कह कर बैठाया कि जैसे-जैसे मजदूरों की जरूरत होगी वैसे कार्य पर रखा जाएगा, लेकिन आज तक उन सब मजदूरों को काम पर नहीं रख कर वे लोग जो काम करते थे उसी काम को इनलोगों के बदले नए मजदूर रख कर काम लिया जा रहा है. जबकि ये सभी मजदूर यहां के स्थानीय एवं विस्थापित बेरोजगार हैं.
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अनिल रजवार को काम से बैठाने के बाद उत्पन्न आर्थिक तंगी के कारण अनिल रजवार की पत्नी की मृत्यु विगत वर्ष हो गई. अनिल रजवार को काम से बैठाने के कारण उनका लड़का दुखी होकर रोजगार की तलाश में सूरत गया हुआ था. जहां उनका तबियत अचानक बिगड़ गया और 12 नवंबर को उसकी मौत हो गई. विदित हो कि हर्ल प्रबंधन यहां के स्थानीय एवं विस्थापित बेरोजगार योग्य युवकों को काम पर नहीं रखना चाहता है जिसके कारण स्थानीय एवं बेरोजगार युवकों में काफी आक्रोश है. यहां के स्थानीय एवं विस्थापित युवकों को तकनीकी शिक्षा (ITI, Diploma) प्राप्त है. प्रबंधन से वार्ता करने पर यह कहता है कि हमने 75% स्थानीय युवकों को काम पर रखा है लेकिन सूची मांगने पर नहीं उपलब्ध कराते हैं कार्यरत मजदूरों को बैठा देने का क्या औचित्य है जबकि ये लोग दशकों से FCI में काम कर रहे थे. इसके लिए जोरदार आंदोलन होगा एवं बैठाए गए श्रमिक को काम पर नहीं रखा तो प्रबंधन के खिलाफ मुकदमा दायर किया जाएगा.
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प्रबंधन के इस रवैये के कारण आए दिन यहां के बेरोजगार युवक रोजगार की तलाश में बाहर जाकर दुर्घटना का शिकार हो रहे है जिससे उनकी मौत तक हो जा रही है. प्रबंधन की हठधर्मिता एवं अड़ियल रवैया अनैतिक, असामाजिक, असंवैधानिक एवं स्थानीय नियोजन नीति के खिलाफ है जो बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. सिंदरी फर्टिलाइजर विस्थापित मोर्चा के अध्यक्ष ने यह बात कही. मृतक के घर जाकर सांत्वना दिया एवं इस दुख की घड़ी में गांव के सभी लोग हर संभव मदद करने का आश्वासन दिया.