फतेह लाइव, रिपोर्टर
घाटशिला प्रखंड के कल्चिती पंचायत के बुरुडीह डैम में नौका परिचालन की सरकारी बंदोबस्ती के विरोध में चार गांव के 300 से ज्यादा ग्रामीणों ने शुक्रवार को फूल डूंगरी चौक से एक विरोध मार्च निकाला, जो अनुमंडल पदाधिकारी कार्यालय पहुंचकर सांकेतिक धरने में तब्दील हो गया. यहां आयोजित सभा में चारों गांव के ग्राम प्रधान के साथ-साथ समाजसेवी सीमांत बारिक, सुबोध माहली, रामदास मुर्मू के साथ-साथ लोगों ने अपने-अपने विचार रखें.
इस मौके पर एस यू सी आई की महिला नेत्री पान मुनि सिंह ने कहा की ग्राम सभा की बातें तो सभी करते हैं, लेकिन जब इसे अमल में लाने की बात आती है तो लोग इसे पीछे हट जाते हैं. यहां आंदोलन ग्राम सभा को अधिकार दिलाने की दिशा में किया जा रहा है. ग्रामीणों ने एक स्वर में कहा कि किसी भी कीमत पर सरकारी बंदोबस्ती के बहाने बाहरी लोगों को प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा. अगर ऐसा होता है तो हम जान देने से भी पीछे नहीं हटेंगे.
जैसे ही विरोध मार्च अनुमंडल पदाधिकारी कार्यालय पहुंचा एसडीओ अपने कार्यालय में नहीं थे. जानकारी मिलने पर एसडीओ थोड़ी ही देर में प्रदर्शन स्थल पहुंचे. यहां पहुंचते ही प्रदर्शनकारियों ने उन्हें मांग पत्र सौंपा. इस मौके पर एसडीओ सुनील चंद्र ने प्रदर्शन कारियों को स्पष्ट किया कि वह जल्द ही सरकारी बंदोबस्ती को रद्द कर देंगे. उनके आश्वासन के बाद ग्रामीण थोड़े शांत हुए.
ग्रामीणों ने एसडीओ से बंदोबस्ती रद्द करने का समय बताने को कहा. इस पर एसडीओ ने चुप्पी ली. ग्रामीणों ने कहा कि अगर 15 दिनों के भीतर इस बंदबस्ती को रद्द नहीं किया जाता है, तो जोरदार आंदोलन किया जाएगा जिसकी पूरी जवाब देही अनुमंडल प्रशासन की होगी.
बाद में संवाददाताओं से बात करते हुए प्रदर्शनकारियों के नेतृत्व कर्ताओं ने बताया की एसडीओ के इस मौखिक आश्वासन से उन्हें राहत जरूर मिली है, लेकिन वह अपनी अन्य मांगों को लेकर आने वाले समय में एसडीओ से मिलेंगे. आपको यह भी बता दें कि बीते कल यानी गुरुवार को ग्रामीणों ने आज के प्रदर्शन की रणनीति भी बनाई थी जिसमें डैम में नौका परिचालन को कैसे चलाया जाए. इस पर भी सहमति बनी थी. खैर बात जो भी हो ग्रामीणों का प्रदर्शन अब रंगलाता दिखाई दे रहा है।