विश्वकर्मा बाबा के विसर्जन के वक्त सीआरएम में हंगामा पर सख्त एक्शन

फतेह लाइव, रिपोर्टर.

जमशेदपुर में टाटा वर्कर्स यूनियन के उपाध्यक्ष नितेश राज के खिलाफ टाटा स्टील प्रबंधन ने कार्रवाई करते हुए उन्हें चार्ज शीट थमा दी है। कंपनी के कोल्ड रोलिंग मिल (सीआरएम) के कमेटी मैम्बर सूरज कुमार को भी आरोप पत्र मिला है। विश्वकर्मा पूजा के विसर्जन के दौरान सीआरएम प्लांट में हुए हंगामा, अमर्यादित बात बोलने और अनुशासन तोड़ने के आरोप में यह कार्रवाई की गई है।

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दरअसल, टाटा स्टील में यूनिफॉर्म ग्रेड स्ट्रक्चर का समझौता होने के बाद से सीआरएम प्लांट में गहमागहमी है। इस समझौता से सीआरएम के कर्मचारी प्रभावित भी हुए हैं। इसलिए जब भी अवसर मिल रहा है तो कर्मचारी कमेटी मैम्बर को सुना रहे हैं, तो कमेटी मैम्बर अपने विभाग से चुने गए यूनियन पदाधिकारी नितेश राज को।

विश्वकर्मा पूजा के विसर्जन के दौरान इसी मसले पर कहासुनी शुरू हुई तो बात बढ़ती गई। दलाली और भ्रष्ट जैसे शब्द जुबान पर आने की बात चर्चा में आ गई। कुर्सी उठाने से लेकर हमलावर तेवर दिखाने का मामला टाटा स्टील प्रबंधन के संज्ञान में आ गया। सीआरएम प्लांट के सीसीटीवी फुटेज निकाले गए, तो बहुत कुछ दिख गया। जांच के दायरे में और लोग भी आ सकते हैं।

यूनियन पदाधिकारी रहते शैलेश और अरविंद को मिली थी चार्जशीट

टाटा वर्कर्स यूनियन के ऑफिस बेयरर को प्रोटेक्टेड वर्कर्स की श्रेणी में रखा गया है। आम तौर पर यूनियन पदाधिकारी पर कार्रवाई नहीं की जाती। यह यूनियन नेतृत्व की कमजोरी की ओर इशारा करता है। इसके बावजूद पूर्व में भी विशेष परिस्थिति में यूनियन पदाधिकारियों के खिलाफ टाटा स्टील प्रबंधन ने कार्रवाई की है। शैलेश सिंह पूर्व में भी यूनियन के डिप्टी प्रेसिडेंट रहे हैं। टीएमएच में डॉक्टर एनके दास के साथ गलत जगह पर कार पार्किंग को लेकर शैलेश सिंह की कहासुनी हो गई थी। तब उन्हें चार्ज शीट थमाई गई थी। माफीनामा लिखने पर मसला सुलझा था।

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अरविंद पांडेय भी टाटा वर्कर्स यूनियन के डिप्टी प्रेसिडेंट रहते टाटा पिगमेंट यूनियन का चुनाव लड़ गए थे। उन्होंने राकेश्वर पांडेय को चुनाव में पराजित भी किया था। टाटा स्टील प्रबंधन ने उन्हें भी चार्ज शीट दी थी। आरोप था कि उन्हें टाटा स्टील के मजदूरों का काम करने के लिए ड्यूटी से रिलीज किया गया था। वे कंपनी प्रबंधन को बताये बगैर टाटा पिगमेंट का चुनाव लड़ने क्यों गए। आखिरकार अरविंद पांडेय को टाटा पिगमेंट यूनियन से खुद को अलग करना पड़ा था। अब नितेश राज कारवाई की जद में आ गए हैं।

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