फतेह लाइव, रिपोर्टर.
टाटा स्टील में मान्यता प्राप्त टाटा वर्कर्स यूनियन की 1 सितंबर मंगलवार को माइकल जॉन ऑडिटोरियम में कमेटी मीटिंग होगी। सरल भाषा में कहा जाय तो यूनियन के कार्यकारिणी सदस्यों की बैठक होगी। इसमें यूनियन के आय व्यय का लेखा जोखा पेश किया जाएगा। कमेटी मेंबरों को इससे इतर मसलों पर चर्चा करने की अनुमति नहीं दी गई है। एनी अदर मेटर को कमेटी मीटिंग का विषय नहीं बनाया गया है।
दरअसल, कमेटी मेंबरों का बड़ा समूह कई मसलों पर टाटा वर्कर्स यूनियन के शीर्ष नेतृत्व से वस्तुस्थिति जानना चाहता है। एक जनवरी 2025 से वेज रिवीजन लंबित हो जाएगा। अभी तक यह मसला कमेटी मीटिंग में नहीं रखा गया है। चार्टर आफ डिमांड तक तैयार नहीं है। हरेक साल की तरह टाटा स्टील में ट्रेड अप्रेंटिस की परीक्षा नहीं निकाली गई है। अगस्त महीने में परीक्षा का कार्यक्रम शुरू होता रहा है। टाटा वर्कर्स यूनियन के चुनाव के वक्त यह बात उठी थी कि कारखाना में कर्मचारियों की संख्या घटाने पर प्रबंधन के साथ समझौता हुआ है।
सत्तारूढ़ खेमा ने चुनाव के वक्त इस बात को नकारा था। ट्रेड अप्रेंटिस की परीक्षा नहीं होने से कर्मचारियों के साथ कमेटी मेंबरों के भी कान खड़े हो चुके हैं। टाटा स्टील के क्लब हाउस के प्रबंधन में गोलमाल की बातों से भी कर्मचारी से लेकर कमेटी मेंबरों के कान खड़े हैं। सिर्फ इतना ही नहीं, टाटा वर्कर्स यूनियन के पदाधिकारी को चार्जशीट मिल गया है। साफ तौर पर इसे यूनियन की कमजोरी के तौर पर देखा जा रहा है। टाटा वर्कर्स यूनियन की कमेटी मीटिंग में एनी अदर मेटर की अनुमति होती तो यह सारे मसले सदन में आते। संभव है कि अपनी जिज्ञासा शांत करने के लिए कमेटी मेंबरों का बड़ा समूह जल्द कमेटी मीटिंग बुलाने की मांग करे और एनी अदर मेटर पर चर्चा की अनुमति देने का अनुरोध करे।
कमेटी मीटिंग के वक्त ही एमडी ऑनलाइन
टाटा वर्कर्स यूनियन की कमेटी मीटिंग के वक्त टाटा स्टील में एमडी ऑनलाइन का मासिक कार्यक्रम होगा। एमडी ऑनलाइन में टी वी नरेंद्रन कर्मचारियों को कंपनी की ताजा स्थिति से अवगत कराते हैं, भविष्य की चुनौती भी बताते हैं। कर्मचारियों के मन में कोई जिज्ञासा है तो उत्तर देकर उसका भी निवारण करते हैं।