फतेह लाइव, रिपोर्टर
“पोषण भी, पढ़ाई भी” प्रशिक्षण का शुक्रवार को अंतिम दिन स्थानीय होटल श्याम सरोवर में आयोजन किया गया. मास्टर ट्रेनर सह महिला पर्यवेक्षिका शीतल कुमारी के द्वारा भारत सरकार द्वारा तैयार की गई नवचेतना एवं आधारशिला पाठ्यक्रम के बारे में बताया गया कि प्रांरभिक वर्षों में बच्चे कैसे सीखते हैं. पढ्ने की रणनीति, प्रारंभिक पाठ्यचर्चा को समझना आदि. मौके पर मौजूद निरूपा सिन्हा ने बताया कि MCP काई के अनुसार नियमित वॉच बच्यों एवं गर्भवती माता को आवश्यक रूप से करवाना अतिआवश्यक है. इस अवसर पर कुमारी अंजू के द्वारा बताया गया कि नवचेतना पाठ्यक्रम में 0 से 3 वर्ष के बच्चों के लिए तैयार किया गया है. साथ ही दिव्यांगता पर प्रकाश डालते हुये कहा कि कुल 21 प्रकार के दिव्यांग होते हैं. कुमारी पूजा ने डाटा ECCE पर प्रकाश डालते हुए कहा कि 0-6 वर्ष का दौर काफी महत्वपूर्ण है.
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साथ ही “पोषण भी, पढ़ाई भी” कार्यक्रम का समापन समारोह स्नेह कश्यप, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी, गिरिडीह के द्वारा किया गया. इस प्रशिक्षण में उपस्थित सभी आंगनबाडी सेविका को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित भी किया गया. उनके द्वारा बताया गया कि आप सभी दिनांक 11 से 13 दिसम्बर 2024 तक तीन दिवसीय प्रशिक्षण सफल संचालन किये, इसके लिए सभी मास्टर ट्रेनर समेत सभी कर्मी धन्यवाद के पात्र हैं. उक्त प्रशिक्षण में बेंगाबाद, गाण्डेय, गिरिडीह सदर, गिरिडीह शहरी, पीरटाड़ एवं डुमरी के कुल-200 आँगनबाडी सेविका को प्रशिक्षण दिया गया.