- फतेह लाइव, रिपोर्टर
22 मार्च को तुलसी भवन मानस सभागार में संस्कार भारती के बैनर तले पद्मश्री शैलेन्द्र नाथ श्रीवास्तव की जयन्ती समारोह आयोजित किया गया. इस कार्यक्रम में मुख्य अभ्यागत के रूप में विधायक सरयू राय जी, विशिष्ट अभ्यागत गोविंद दोदराजका, और सम्मानित अभ्यागत प्रसन्नजीत तिवारी मंच पर उपस्थित थे. कार्यक्रम की शुरुआत शैलेन्द्र नाथ श्रीवास्तव के चित्र पर माल्यार्पण और दीप प्रज्वलन से की गई. तत्पश्चात्, आयोजकों ने अभ्यागतों का स्वागत कुसुम स्तवक और अंगवस्त्र से किया. इस अवसर पर संस्कार भारती के स्वागत गीत की प्रस्तुति अजेता निलाम्बर चौधरी, और उपासना सिन्हा ने की, जिसे उपस्थित दर्शकों ने अत्यधिक सराहा.


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समारोह के दौरान शैलेन्द्र नाथ श्रीवास्तव की रचनाओं का गायन और नृत्य प्रस्तुतियों के माध्यम से आदर प्रकट किया गया. सनातन दीप और पंकज झा ने रामधारी सिंह दिनकर की ओजपूर्ण कविता ‘मेरे नगपति मेरे विशाल’ की गीतमय प्रस्तुति दी, जिसमें तबला पर सनत सरकार का साथ था. साथ ही, शिवली पाल ने शैलेन्द्र नाथ श्रीवास्तव की कविताओं और गीतों पर शानदार नृत्य प्रस्तुत किया. सुप्रसिद्ध कत्थक नृत्यांगना सुधा दीप ने शैलेन्द्र नाथ श्रीवास्तव की गजल ‘बहुत दिनों के बाद’ पर कत्थक नृत्य प्रस्तुत कर समारोह को जीवंत बना दिया. राजेन्द्र राज की मधुर आवाज में गीतों की प्रस्तुतियों ने समारोह में एक अलग ही रंग भर दिया.
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कार्यक्रम के दौरान शैलेन्द्र नाथ श्रीवास्तव के जीवन और कृतित्व पर विस्तृत चर्चा हुई. मुख्य अभ्यागत सरयू राय और विशिष्ट अभ्यागत गोविंद दोदराजका ने शैलेन्द्र जी के व्यक्तित्व को उजागर किया. इसके साथ ही, उनकी पुत्री डां जूही समर्पिता ने अपने पिता के संघर्षों और जीवन के महत्वपूर्ण पहलुओं को साझा किया. नाटकीय प्रस्तुति ‘मैं शैलेन्द्र हूं’ में अनुज प्रसाद ने शैलेन्द्र जी के जीवन के अहम क्षणों को प्रस्तुत किया. अंत में, सभी कलाकारों को अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया गया. समारोह का संचालन उपासना सिन्हा ने किया और धन्यवाद ज्ञापन डां मुदिता चंद्रा ने दिया.