फतेह लाइव, रिपोर्टर
राज्य में कुछ लोगों द्वारा एक संगठित गिरोह बनाकर प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों के स्थानांतरण व अन्य ठेकेदारी संबंधित कामों को मैनेज करने के नाम पर ठगी का प्रयास किया जा रहा था. गुप्त सूचना मिलने पर कोतवाली थाना, रांची ने मामले में कार्रवाई शुरू की और कई संदिग्ध व्यक्तियों से पूछताछ की. गिरोह के दो मुख्य आरोपी सज्जाद उर्फ मुन्ना और कैप्टन सिंह सलूजा को पुलिस ने पूछताछ के लिए बुलाया. पूछताछ में यह सामने आया कि इस गिरोह में और भी कई लोग शामिल हैं, जिनमें आयन सरकार, चन्दन लाल और सूर्य प्रभात जैसे नाम शामिल हैं. इन लोग आरोपियों का मुख्य उद्देश्य राज्य के वरीय प्रशासनिक एवं पुलिस पदाधिकारियों का स्थानांतरण इच्छित स्थानों पर कराने का झांसा देना था. आरोपियों द्वारा ठगी का यह तरीका बहुत ही चालाकी से किया जा रहा था, जिसमें अधिकारियों की नौकरी के स्थानांतरण का वादा कर पीड़ितों से पैसे लिए जा रहे थे.
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पूछताछ के दौरान यह भी पाया गया कि आरोपियों ने राज्य के कई उच्च पदस्थ अधिकारियों का स्थानांतरण कराने का वादा करके बड़ी रकम की ठगी की थी. अब तक पुलिस ने मामले की जांच की दिशा में कुछ पीड़ितों की पहचान करने की कोशिश कर रही है ताकि उनकी जानकारी के आधार पर आगे की कार्रवाई की जा सके. पुलिस के अधिकारी इस मामले में जांच की गति को तेज कर रहे हैं और किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा. अब तक की जांच में यह स्पष्ट हो चुका है कि यह ठगी का नेटवर्क बहुत बड़ा है, और इसमें कई और लोग शामिल हो सकते हैं. पुलिस अधिकारियों ने मामले की गहन जांच करने का आश्वासन दिया है. यह घटना समाज में एक बड़े खतरे की ओर इशारा करती है, जहां लोग उच्च पदस्थ अधिकारियों के नाम का गलत फायदा उठाकर आम जनता को ठगने का प्रयास कर रहे हैं. पुलिस ने सभी नागरिकों को इस प्रकार की धोखाधड़ी से सतर्क रहने की सलाह दी है.