रांची.
रांची-पटना के बीच चलने वाली वंदे भारत ट्रेन के मंहगे किराया से लोगों को राहत मिलने की उम्मीद है. जल्दी ही कम दूरी की वंदे भारत ट्रेन का किराया 5-10 फीसदी तक कम कर सकती है. सूत्रों के मुताबिक, रेलवे वंदेभारत का किराया पर कटौती का विचार कर रही है. 200 से 300 किलोमीटर की दूरी वाली वंदे भारत के किराए को तर्कसंगत बनाया जा सकता है. विशेषकर जिन ट्रेन की ऑक्यूपेंसी कम है और कम दूरी तय करने वाली नये वंदे भारत में भी यह लागू किया जाएगा, लेकिन जिन रेलमार्गों पर भारी मांग है और वंदे भारत ट्रेन हाउसफुल चल रही है उनका किराया यथावत रहेगा. रेलवे अधिकारियों का कहना है कि कई मार्गों पर क्षमता से कम यात्रियों के साथ वंदे भारत चल रही है. इसका मुख्य कारण उस रूट पर चल रही शताब्दी ट्रेन का किराया वंदे भारत से कम होना है.
आम जनता के लिए महंगा साबित हो रही है वंदे भारत ट्रेन
वहीं, आम जनता के लिए के लिए यह ट्रेन का किराया महंगा साबित हो रहा है. जिस दिन ट्रेन का नियमित परिचालन शुरू किया गया. उस दिन स्टेशन में मौजूद कई यात्रियों ने किराए को लेकर शिकायत थी. कई लोगों ने कहा कि वे शौक के लिए एकबार जरूर चढ़ेंगे, लेकिन उनके लिए इसमें नियमित रूप से सफर करना मुमकिन नहीं है. अब रेलवे किराया कम करने पर विचार कर रहा है.
अभी रांची से पटना का किराया
वंदे भारत एक्सप्रेस में पटना से रांची का किराया एग्जीक्यूटिव क्लास के लिए 1930 रुपये और चेयरकार के लिए 1025 रुपये है. वहीं, रांची से पटना का किराया एग्जीक्यूटिव क्लास के लिए 2110 और चेयरकार के लिए 1175 रुपये है. इसमें कैटरिंग की राशि नहीं जोड़ी गई है. यात्री अपनी इच्छा के अनुसार, खाने का आर्डर दे सकते हैं. इसके लिए यात्रियों को अतिरिक्त राशि का भुगतान करना होगा.
पटना-रांची वंदेभारत ट्रेन की शुरूआत 27 जून को हुई थी
बता दें कि रांची पटना वंदेभारत एक्सप्रेस ट्रेन की शुरुआत 27 जून को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए हरी झंडी दिखाकर ट्रेन को रांची से पटना के लिए रवाना किया था. इससे पहले ट्रेन का तीन बार ट्रायल भी किया गया था.