फतेह लाइव, रिपोर्टर.
जमशेदपुर के मानगो थाना क्षेत्र के जवाहर नगर रोड नंबर 13 स्थित मुख्य मार्ग पर शुक्रवार को वर्षों से लंबित प्रॉपर्टी विवाद ने हिंसक मोड़ ले लिया. सैयद मोबीन अली और उनकी सौतेली बहन डॉ. हेमराम के बीच 6 कट्ठा जमीन को लेकर चल रहे पारिवारिक विवाद ने उस समय गंभीर रूप ले लिया, जब दोनों पक्ष आमने-सामने आ गए और देखते ही देखते विवाद खूनी संघर्ष में तब्दील हो गया.
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, दोनों ओर से जमकर लाठी-डंडे चले और मारपीट हुई, जिसमें दो लोग गंभीर रूप से घायल हो गए. घटना की सूचना मिलते ही मानगो थाना पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों पक्षों को अलग कर मामला शांत कराया. हालात की गंभीरता को देखते हुए तत्काल भारी संख्या में पुलिस बल को मौके पर बुला लिया गया. करीब 4 घंटे तक क्षेत्र में तनावपूर्ण स्थिति बनी रही. गौरतलब है कि विवादित संपत्ति का मामला फिलहाल न्यायालय में विचाराधीन है. बावजूद इसके दोनों पक्षों ने कानून को हाथ में लिया और आपसी रंजिश के चलते हिंसा पर उतर आए.
यह ज़मीन वर्षों से विवाद का विषय रही है और दोनों ही पक्ष इसके मालिकाना हक का दावा कर रहे हैं. घटना की जानकारी मिलते ही अनुमंडल दंडाधिकारी (एसडीओ) के आदेश पर अंचल अधिकारी (सीओ) विजय कुमार श्रीवास्तव, पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे. स्थिति को नियंत्रण में लेने के बाद सीओ की मौजूदगी में विवादित संपत्ति को सील कर दिया गया. मीडिया से बातचीत करते हुए सीओ विजय कुमार श्रीवास्तव ने बताया, “प्रॉपर्टी विवाद का मामला एसडीओ कोर्ट में विचाराधीन है. इसके बावजूद दोनों पक्षों ने कानून व्यवस्था भंग करते हुए मारपीट की. एसडीओ मैडम के निर्देश पर विवादित संपत्ति को सील किया गया है. दोनों पक्षों को दस्तावेज़ों के साथ एसडीओ कोर्ट में पेश होने का आदेश दिया गया है.
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि जब तक मामला अदालत में है और अंतिम निर्णय नहीं आता, तब तक किसी भी पक्ष को उस भूमि पर निर्माण या कब्जे की अनुमति नहीं दी जाएगी. हिंसा के बाद इलाके में तनाव का माहौल है. स्थानीय लोग भयभीत हैं और प्रशासन से स्थायी समाधान की मांग कर रहे हैं. मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए फिलहाल क्षेत्र में पुलिस बल की तैनाती बरकरार रखी गई है. पुलिस ने दोनों पक्षों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली है और आगे की कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी गई है. प्रशासन की ओर से स्पष्ट निर्देश दिया गया है कि कोई भी पक्ष अदालत के आदेश की अवहेलना करेगा तो उसके विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी. क्षेत्रीय शांति बनाए रखने के लिए प्रशासन लगातार नजर बनाए हुए है.