- फतेह लाइव, रिपोर्टर
बुधवार को डोमगढ के स्थानीय निवासियों ने एफसीआई के अधिकारियों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करते हुए उनका पुतला दहन किया. इस प्रदर्शन का मुख्य उद्देश्य एफसीआई द्वारा स्थानीय मुद्दों और अधिकारों की अनदेखी को उजागर करना था. बड़ी संख्या में लोग इस पुतला दहन कार्यक्रम में शामिल हुए, जहां उन्होंने अपनी नाराजगी और निराशा व्यक्त की. डोमगढ के लोग एफसीआई द्वारा दी जा रही असंवेदनशीलता और उनके अधिकारों के उल्लंघन के खिलाफ एकजुट हो गए हैं. स्थानीय समुदाय की यह शिकायत थी कि एफसीआई द्वारा बार-बार की जा रही गलतियों के कारण गरीबों और जरूरतमंदों को अपनी बुनियादी जरूरतें पूरी करने में परेशानी हो रही है.
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समुदाय के अधिकारों की रक्षा के लिए संघर्ष जारी रहेगा
यह प्रदर्शन डोमगढ के निवासियों के लिए केवल एक प्रतीकात्मक विरोध था, लेकिन मोर्चा ने साफ कर दिया कि उनका संघर्ष अभी खत्म नहीं हुआ है. वे आगे भी एफसीआई अधिकारियों के खिलाफ संघर्ष जारी रखेंगे और यदि जरूरत पड़ी, तो और बड़े आंदोलनों का सहारा लेंगे. इस आंदोलन के पीछे की मुख्य चिंता एफसीआई के अधिकारियों द्वारा स्थानीय समस्याओं की अनदेखी और समाधान में नाकामी थी. स्थानीय लोग अब अपनी आवाज उठाने के लिए तैयार हैं और भविष्य में और प्रदर्शनों की संभावना जताई जा रही है.