पावर का दुरुपयोग कर बन्ना गुप्ता ने स्वयं फर्जी मुकदमे की गढ़ी की कहानी – विकास सिंह
फतेह लाइव, रिपोर्टर.
विगत कुछ दिन पूर्व तात्कालिक स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता के ऊपर अश्लीलता फैलाने का एक फर्जी मुकदमा रांची के साथ-साथ कदमा थाने में दर्ज हुआ था. मामले में पत्रकार आनंद कुमार, डॉ मृत्युंजय कुमार और पूर्व भाजपा नेता विकास सिंह को नामजद अभियुक्त बनाया गया था. उपरोक्त आरोपियों के ऊपर तात्कालिक स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने उन्हें बदनाम कर उनकी छवि धूमिल करने का आरोप लगाते हुए कदमा थाना में मुकदमा दर्ज करवाया था. इस मामले में पूर्व भाजपा नेता विकास सिंह को 141 (ए) की नोटिस कदना थाने के द्वारा तामिल की गई थी. नोटिस मिलने के बाद विकास सिंह ने जमशेदपुर व्यवहार न्यायालय में जमानत के लिए अर्जी दिया था, जिसे निचली अदालत में सिरे से खारिज कर दिया था. मामले को लेकर विकास सिंह अधिवक्ता कृष्ण मुरारी सिंह एवं अवनीश प्रखर ने रांची के उच्च न्यायालय में अग्रिम जमानत दाखिल किया था, जिसे उच्च न्यायालय के न्यायाधीश अनिल कुमार चौधरी के कोर्ट से जमानत दे दी गई. जमानत मिलने पर पूर्व भाजपा नेता विकास सिंह ने कहा की पूरा प्रकरण संदिग्ध है और पूरा प्रकरण पूर्व स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता के द्वारा ही फ्रेम किया गया था. विकास सिंह ने अभी कहा कि अपने पांच साल के कार्यकाल में पूर्व स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने पावर का दुरुपयोग कर सैकड़ो अनैतिक कार्य किए हैं, जिसमें एक कर स्वयं के ऊपर फर्जी मुकदमा करवाना भी था.