भगवान सिंह बोले- संगत की भीड़ ने उन्हें न्याय दे दिया है, उनके खिलाफ बड़ी साजिश रची गई..
फतेह लाइव, रिपोर्टर.
जमशेदपुर के सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान भगवान सिंह एवं महासचिव गुरुचरण सिंह बिल्ला के खिलाफ कोर्ट में एक बलात्कार पीड़िता तथाकथित महिला द्वारा शिकायत वाद दर्ज किए जाने के विरोध में सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के कार्यालय से हजारों लोगों का जन सैलाब मंगलवार को सड़कों पर उतरा. इसमें सभी गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटियों के प्रतिनिधि, सेंट्रल से स्त्री सत्संग सभा, सेंट्रल नौजवान सभा, अकाली दल जमशेदपुर समाज का बुद्धिजीवी वर्ग, सिख समुदाय के अलावा अन्य समुदाय के भी संगठन भी समर्थन में सड़कों पर उतरे. चेयरमैन शैलेन्द्र सिंह ने इस घटनाक्रम को साजिश बताया. प्रधान भगवान सिंह ने भी कहा कि संगत की कचहरी से उन्हें जवाब मिल गया है. इससे बड़ी कोई कचहरी को वह नहीं मानते.
यह जन सैलाब मेन रोड होते हुए सीधा उपायुक्त कार्यालय पहुंचा और वहां पर उपायुक्त को एक ज्ञापन सौंपकर इस पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी गई. साथ यह भी बताया गया कि तथाकथित चार-पांच लोगों ने सिख समाज के असामाजिक तत्वों को आगे कर षड्यंत्र के तहत इस महिला को मोहरा बनाया है. इस महिला पर इस तरह के कई अन्य शिकायत वाद दर्ज करने का जिक्र किया गया है और इसकी जिला प्रशासन द्वारा जांच कर इस षड्यंत्रकारियों पर कड़ी कार्रवाई करने की मांग की गई. इस दौरान दोनों पदाधिकारियों ने कहा कि थोड़ा भी सच अगर सामने आ जाता है तो वह खुद को गोली मार लेंगे. वहीं गुरचरण सिंह बिल्ला की पत्नी ने भी कुछ ऐसा ही कहा. खैर, कोल्हान की संगत में इस घटनाक्रम को लेकर उबाल है.
प्रदर्शन में ये रहे शामिल
यह जनसैलाब यह बता रहा था कि सिख समुदाय सभी गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटियों और संस्थाओं ने भगवान सिंह एवं गुरचरण सिंह को क्लीन चिट दे दी है. भारी संख्या में उपस्थित महिलाओं ने तख्तीयां पकड़ी हुई थी, जिसमें भगवान सिंह एवं गुरचरण सिंह के समर्थन में स्लोगन लिखे हुए थे और बैनर भी पकड़े हुए थे. आज के इस जन सैलाब रोष मार्च में सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान भगवान सिंह के अलावा पटना साहिब के महासचिव इंद्रजीत सिंह, चेयरमैन सरदार शैलेंद्र सिंह, गुरमीत सिंह, वरीय उपाध्यक्ष नरेंद्र पाल सिंह, चंचल सिंह, जोगिंदर सिंह जोगी, अजीत सिंह गंभीर, महासचिव अमरजीत सिंह, गुरचरण सिंह बिल्ला, कोषाध्यक्ष गुरनाम सिंह बेदी, मुख्य सलाहकार हरदीप सिंह भाटिया, सुखविंदर सिंह राजू, सुखदेव सिंह बिट्टू, सरबजीत ग्रेवाल, जसवंत सिंह जस्सू, गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान स्टेशन रोड के प्रधान महेंद्र पाल सिंह, महासचिव कमलजीत सिंह, गौरी शंकर रोड के प्रधान अमरजीत सिंह गांधी, महासचिव हरदीप सिंह, कीताडीह गुरुद्वारा के प्रधान जगजीत सिंह गांधी, गुरमेल सिंह, बिष्टुपुर के प्रधान प्रकाश सिंह, नवतेज सिंह, जसपाल सिंह, बागबेड़ा के महासचिव बलकार सिंह, कदमा गुरुद्वारा के ट्रस्टी ताजवीर कलसी, प्रधान बलदेव सिंह, टिनप्लेट गुरुद्वारा के प्रधान सुरजीत सिंह खुशीपुर, साकची गुरुद्वारा के प्रधान हरविंदर सिंह मंटू, टेल्को गुरुद्वारा के प्रधान बलविंदर सिंह, महासचिव गुरुशरण सिंह, रिफ्यूजी कॉलोनी के प्रधान गुरप्रीत सिंह राजू, चेयरमैन हरमिंदर सिंह मिंदी, जेमको गुरुद्वारा के प्रधान जरनैल सिंह, चेयरमैन जागीर सिंह, नामदा बस्ती गुरुद्वारा के प्रधान दलजीत सिंह, गुरदीप सिंह, संत कुटिया के प्रधान जसवीर सिंह संधू, महासचिव गुरुचरण सिंह शेखर, मनीफीट के प्रधान अमरीक सिंह, सुरजीत सिंह, प्रकाश नगर के महासचिव शिंगारा सिंह, अकाली दल के प्रधान सुखदेव सिंह खालसा, रविंद्र सिंह, सीतारामडेरा गुरुद्वारा के प्रधान सुखविंदर सिंह मिट्ठू, महासचिव अविनाश सिंह, बारीडीह के प्रधान अवतार सिंह, अमरजीत सिंह, बिरसानगर के प्रधान परमजीत सिंह रोशन, अमरजीत सिंह, गोलपहाड़ी के प्रधान लखविंदर सिंह, टुईलाडुंगगरी के प्रधान सतबीर सिंह सत्ते, ट्रस्टी रणजीत सिंह, सुंदर नगर के प्रधान मलकीत सिंह, परसुडीह के प्रधान रणजीत सिंह मथारू, होमपाइप के दलबीर सिंह, मनजीत सिंह, बर्मामाइंस के चेयरमैन गुरदयाल सिंह, महासचिव जोगा सिंह, गम्हरिया गुरुद्वारा के प्रधान इंद्रजीत सिंह, पतवंत सिंह, सेंट्रल नौजवान सभा के प्रधान अमरीक सिंह, महासचिव सुखवंत सिंह सुक्खू, पूर्वी भारत सिख स्टूडेंट फेडरेशन के अध्यक्ष सतनाम सिंह गंभीर, झारखंड मुक्ति मोर्चा नेता कमलजीत गिल, सेंट्रल सिख स्त्री सत्संग सभा की प्रधान रविंदर कौर, चेयरमैन कमलजीत कौर, संरक्षक दलबीर कौर, महासचिव सुखवंत कौर, परमजीत कौर, माता गुरमीत कौर, महाराजा रणजीत सिंह सेवादल प्रधान अमृतपाल सिंह, सिख संगठनों के अलावा अन्य समुदाय के संगठनों के प्रमुख सुमित मदन, मोहन सोरेन, सुनील हेंब्रम, राजू लोहार, राजू भाभी, लड्डू हो, दीपक, रंजीत, विष्णु हराधन, प्रमाणिक, जितेंद्र यादव, सागर पाल, अजीत तिर्की, पिंकी खुशबू आदि हजारों लोग शामिल थे.