फाइनांस कमेटी से टाटा वर्कर्स यूनियन के कर्मचारियों को लोन के लिए मिली बड़ी राहत
सिर्फ अमोद दुबे, राजीव चौधरी और श्याम बाबू का दस हजारी जूते से कोई वास्ता नहीं
वर्तमान और निवर्तमान फाइनांस कमेटी से जुड़े कमेटी मेंबरों को भी जूता से मतलब नहीं
फतेह लाइव रिपोर्टर.
टाटा वर्कर्स यूनियन की फाइनांस कमेटी की बैठक सोमवार को हुई. पिछली बैठक की तरह फाइनांस के मसले पर न हल्ला हुआ, न हंगामा. सब सुव्यवस्थित. टाटा वर्कर्स यूनियन के कर्मचारियों को अपने बच्चों की बेहतर पढ़ाई के लिए छह लाख तक ब्याज मुक्त लोन देने पर भी सहमति बन गई.
सुधार सिर्फ यही हुआ कि ए श्रेणी के शिक्षण संस्थान के लिए छह लाख मिल जाएगी. डिप्लोमा जैसी पढ़ाई के लिए बी श्रेणी के संस्थान में जाना हुआ तो लोन में सिर्फ 5 लाख मिलेंगे. चार लाख ब्याज मुक्त और एक लाख पर ढाई फीसद सालाना ब्याज. लोन भी सेमेस्टर वार दिए जाएंगे. यहां तक बैठक शांतिपूर्ण रही। फिर उठ गया 10 हजारी जूते का मसला.
खूब बहस हुई. बैठक खत्म हुई तो जूता से जुड़े गड़े मसले बाहर आ गए. साफ हो गया कि फाइनांस कमेटी के नाम पर सिर्फ ऑफिस बेयरर को जूते के लिए नकद 10/10 हजार मिले थे, वो भी पिछले कार्यकाल में. वर्तमान कार्यकारिणी समिति में तीन ऑफिस बेररर अमोद दुबे, राजीव चौधरी और श्याम बाबू का जूता से कोई वास्ता नहीं है. वे हरि शंकर सिंह, सरोज सिंह और शत्रुघ्न राय की जगह चुन कर आए है। वर्तमान और निवर्तमान फाइनांस कमेटी से जुड़े कमेटी मेंबरों को भी जूता से कोई मतलब नहीं है.
दरअसल, टाटा वर्कर्स यूनियन की पिछली कार्यकारिणी समिति में जूते बांटे गए थे. अन्य मद में खर्च दिखा कर फाइनांस कमेटी के सदस्य होने के नाते सभी ऑफिस बेयरर ने जूता खरीदने के लिए दस दस हजार रुपए लिए थे. एकाउंट्स में अन्य मद का खर्च लिखा होने के कारण हाउस से यह पारित भी हो गया था. खैर, फाइनांस कमेटी की बैठक की कार्यवाही की प्रमुख बात यह भी रही कि बीते वित्तीय वर्ष की ऑडिट रिपोर्ट को यूनियन कोषाध्यक्ष अमोद दुबे ने पेश किया जिसे पारित कर दिया गया. तीन माह का एकाउंट भी पारित हो गया। फाइनांस कमेटी के चेयरमैन डिप्टी प्रेसिडेंट शैलेश कुमार सिंह हैं. बैठक समाप्त हुई तो उन्होंने राहत की सांस ली.
बैठक में यूनियन अध्यक्ष संजीव चौधरी, महामंत्री सतीश सिंह, शाहनवाज आलम, संजय सिंह, अजय चौधरी, राजीव चौधरी, संजीव तिवारी, श्याम बाबू मौजूद थे. सदस्य के नाते कमेटी मेंबरों में तारकेश्वर लाल, गुलाब चंद्र यादव, संजय सिंह, राकेश पति दुबे, गुरुशरण सिंह, बसंतो बाग, मनोज मिश्रा, डी भानू जी, निलेश सिंह, संजय कुमार सिंह आदि भी बैठक में थे. रोचक यह है कि फाइनांस कमेटी में तीन संजय कुमार सिंह है. एक यूनियन उपाध्यक्ष हैं तो दो कमेटी मैंबर. एक न्यू बार मिल से है तो दूसरे आरएमएम से.


