फतेह लाइव, रिपोर्टर.
सरायकेला-खरसावां जिले के आदित्यपुर थाना अंतर्गत सालडीह बस्ती में गुरुवार देर रात पंकज माझी की गोली मारकर हत्या कर दी गई। घटना के बाद पंकज से साथियों ने उसे टीएमएच अस्पताल पहुंचाया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। पंकज की पीठ में तीन गोलियां लगी थी।
इधर, घटना के बाद पुलिस घटना स्थल पहुंची और जांच में जुट गई। पुलिस ने घटना स्थल से जांच के दौरान चार खोखा और एक जिंदा गोली बरामद की। वहीं पुलिस ने ब्लड सैंपल भी बरामद किया है। पंकज पूर्व में मोनी दास, वरूण गोप और गणपत चौहान की हत्या में आरोप रह चुका है।
मोबाइल तोड़ने पर दोस्त ने ही कर दी हत्या
इधर, जांच में पुलिस ने पाया कि पंकज की हत्या उसके साथी कृष्णा गोप ने की है। कृष्णा गोप और पंकज गणपत चौहान की हत्या में आरोपी है। दोनों इतने पक्के दोस्त है कि दोनों को जय-वीरू का खिताब दिया गया है। आदित्यपुर थाना प्रभारी राजीव सिंह ने बताया कि बुधवार की रात पंकज का अपनी प्रेमिका से झगड़ा हो गया था। उसने कृष्णा को प्रेमिका से बात कर समझाने को कहा था। इस पर कृष्णा ने पंकज की प्रेमिका को फोन कर अपशब्द कहना शुरु कर दिया। इसे देख पंकज ने कृष्णा का मोबाइल छीना और पटककर तोड़ दिया। गुरुवार को पंकज ने अपनी मां से दस हजार रुपये लेकर कृष्णा को नया मोबाइल खरीदने के लिए भी दिया।
दोस्तो के साथ घर के पास खड़ा था पंकज
गुरुवार रात कृष्णा किसी काम से कदमा गया था। वापसी के क्रम में उसने पाया कि विक्की मोहंती, रवि घोष और पंकज घर के बाहर खड़े है। कृष्णा के साथ तुरा यादव भी था। इसी दौरान कृष्णा ने पंकज के हाथ हाथापाई शुरु कर दी। जब पंकज भागने लगा तो कृष्णा ने उसे पीछे से गोली मार दी। घटना के बाद दोस्तों ने उसे इलाज के लिए टीएमएच पहुंचाया, जहां पंकज को मृत घोषित कर दिया गया। फिलहाल सभी आरोपी फरार चल रहे है। पुलिस आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है।