दो लाख 35 हजार अग्रिम भुगतान, चंपा का मित्र प्रकाश सिंह बना सौदेबाजी के बीच की कड़ी

फतेह लाइव, रिपोर्टर.

बोकारो जिले के नावाडीह थाना क्षेत्र के बारीडीह जंगल में 14 मई की देर रात हेमलाल पंडित की हुई हत्या का खुलासा पुलिस ने 72 घंटे में कर दिया. इस घटना में शामिल शूटर, सुपारी देने वाली महिला सहित चार अभियुक्तों को उनके आवास पर छापेमारी कर गिरफ्तार कर लिया है. गिरफ्तार अभियुक्तों के पास से हथियार व जिंदा गोली भी पुलिस ने बरामद किया है. गिरफ्तार अभियुक्तों से पूछताछ में पता चला है कि चंपा देवी को शक था कि हेमलाल पंडित ने उसके पति को जहर खिला कर हत्या कर दी है.

बोकारो एसपी मनोज स्वर्गियारी ने एसपी कार्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता में जानकारी दी. बताया गया कि बिचौलिया से चंपा ने धनबाद के शूटर से हेमलाल की हत्या के लिए तीन लाख में सौदा किया. अग्रिम दो लाख 35 हजार छह माह के बीच भुगतान कर दिया. बारीडीह जंगल में 14 मई की देर रात हेमलाल की हत्या कार में गोली मारकर कर दी गयी. एसपी ने बताया कि घटना के बाद मृतक के पिता तुलसी पंडित (हजारीबाग के विष्णुगढ थाना स्थित सीरैया) ने नावाडीह थाना में प्राथमिकी कांड संख्या 39/25 (15 मई 2025, धारा-103(1)/3(5) बीएनएस व 27 आर्म्स एक्ट अज्ञात अभियुक्तों के खिलाफ दर्ज करायी.

अनुसंधान के लिए एसआइटी का गठन किया गया था. घटना से संबंधित गवाहों का बयान, तकनीकी साक्ष्य, एफएसएल, बोकारो टीम व रांची टीम के अलावा तकनीकि विशेषज्ञ के आधार पर 72 घंटे के अंदर छापेमारी कर अभियुक्तों की गिरफ्तारी कर ली गयी. सभी ने कांड में संलिप्तता स्वीकार की है. एसपी स्वर्गियारी ने बताया कि अभियुक्त चंपा देवी (विष्णुगढ थाना के सिरया निवासी) के अनुसार पति खगेश्वर पंडित की मौत 2024 में दुर्गापूजा नवमी के दिन रात में हो गयी थी. खगेश्वर के साथ कांड के मृतक हेमलाल पंडित ने भी साथ में खाना खाया था. अभियुक्त चंपा देवी का आरोप था कि इसके पति खगेश्वर को हेमलाल पंडित द्वारा ओझागुनी करके व जहर खिलाकर मार डाला गया.

पति की मौत का बदला लेने के लिए चंपा ने नजदीकी मित्र प्रकाश सिंह के माध्यम से धनबाद के शूटर से संपर्क किया. छह माह से घटना को अंजाम देने की फिराक में थे. 13 मई 2025 को बगोदर के सिरैया गांव के बीच घटना को अंजाम देने का प्रयास किया गया, लेकिन भीड़ भाड़ होने के कारण घटना को अंजाम नहीं दिया जा सका. इसके बाद हेमलाल पंडित के घर ग्राहक बनकर डोमन राम गया.

भूत-प्रेत से मुक्ति दिलाने की बात कह कर लालच दिया. काफी अनुरोध के बाद हेमलाल पंडित तैयार हो गया. इसके बाद बारीडीह जंगल में रोक कर घटना को अंजाम दिया गया. महिला चंपा देवी व उसके मित्र प्रकाश सिंह द्वारा तीन लाख रूपये में सुपारी देने की बात कही गयी. छह माह के दौरान दो लाख 35 हजार अग्रिम भुगतान कर दिया गया.

गिरफ्तार अभियुक्तों में हजारीबाग जिला के विष्णुगढ थाना स्थित सिरैया निवासी चंपा देवी (पति स्व खगेश्वर पंडित), गिरिडीह जिला के सरिया थाना स्थित केशवारी निवासी प्रकाश सिंह (पिता स्व प्रसादी सिंह), धनबाद जिला के जोरापोखर थाना स्थित जामाडोभा चार नंबर कॉलोनी निवासी डोमन राम (पिता स्व लक्ष्मण राम), धनबाद जिला के बोरागढ थाना स्थित पात्थर बांगला निवासी विकास कुमार (पिता अनिल सिंह) शामिल है. डोमन व विकास कई कांडों में जेल जा चुका है. सभी अभियुक्तों को उनके अपने-अपने आवास से गिरफ्तार किया गया.

पुलिस ने अभियुक्तों के पास से एक देशी पिस्टल (सिक्सर), एक देशी कट्टा, नौ एमएम का पांच राउंड गोली, प्वाइंट 315 का तीन गोली, चार मोबाइल सेट, एक स्कूटी बरामद किया है.

छापेमारी टीम में बेरमो अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी वशिष्ठ नारायण सिंह, बेरमो अंचल इंस्पेक्टर नवल किशोर सिंह, नावाडीह थाना प्रभारी अमित कुमार सोनी, दुगदा थाना प्रभारी मनीष कुमार, बोकारो झरिया ओपी प्रभारी श्रीनिवास सिंह, चंद्रपुरा थाना प्रभारी अजय कुमार सिंह, नावाडीह थाना प्रभारी राजीव रंजन, पुलिस केंद्र बोकारो के पुअनि अमित कुमार राय, गांधीनगर ओपी प्रभारी धनंजय कुमार सिंह, बेरमो महिला थाना प्रभारी सुमन कुमारी, तकनीकी शाखा पुलिस कार्यालय के चंदन कुमार, कामेश्वर महतो सहित पुलिस बल शामिल थे.

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