कुछ दिन पहले रात में गिरने से क्रेन चालक की हो गई थी मौत
चरणजीत सिंह.
टाटा स्टील के कोल्ड रोलिंग मिल (सीआरएम) विभाग में आधी रात को छापा मारा गया। ऐसी सूचना है कि 22 कर्मचारी सोते पाए गए। तुरंत सबको चार्जशीट थमा दिया गया। रात में ड्यूटी के दौरान सोने के लिए सबसे जवाब तलब किया गया है। एक साथ 22 कर्मचारियों के कार्रवाई के दायरे में आने से सीआरएम विभाग में सारे लोग सन्न रह गए हैं। सीआरएम से कमेटी मैम्बर चुने गए नितेश राज टाटा वर्कर्स यूनियन के उपाध्यक्ष हैं, जबकि अश्विनी माथन जेडीसी चेयरमैन।
मौत की जांच का निष्कर्ष आया कि नींद के कारण हो गई थी दुर्घटना
दरअसल, टाटा स्टील के सीआरएम विभाग में कुछ समय पहले आधी रात में दुर्घटना हुई थी, जिसमें कर्मचारी कदमा निवासी नरेश प्रसाद की मौत हो गई थी। कर्मचारी क्रेन ऑपरेटर था। कारखाना का क्रेन सामान्य नहीं होता। यह 30 से 50 फीट की ऊँचाई तक होता है। जहाँ क्रेन के केबिन में बैठ कर सामान को उठा कर इधर से उधर किया जाता है। क्रेन ऑपरेटर अपनी फर्श से अपनी केबिन जाने के दौरान लड़खड़ा कर नीचे गिर गया था। एकबारगी ऐसा लगा कि यह सब नशे में हुआ होगा। जाँच हुई तो नशा का सेवन नहीं पाया गया। यह निष्कर्ष निकला कि हल्की नींद में होने के कारण वह लड़खड़ा गया और दुर्घटना हो गई।
सीआरएम प्रबंधन अब किसी भी स्तर पर रियायत के मूड में नहीं
अब बात ताजा घटनाक्रम की। आम तौर पर रात्रि पाली में ड्यूटी करने वाले कर्मचारी आपस में काम का बंटवारा कर दो घंटा की नींद ले ही लेते है। विश्वकर्मा पूजा के दिन यूनिफॉर्म ग्रेड के मसले पर भी बावेला हो गया। सीआरएम प्रबंधन ने इसके बाद सक्रियता और बढ़ा दी है। जाहिर है, अब टाटा स्टील के और विभागों में भी रात्रि पाली में जाँच का सिलसिला आगे बढ़ेगा। इसलिए रात में सोने वाले फिलहाल सावधान हो जाय।