फतेह लाइव, रिपोर्टर.
बोकारो जिला के हद में कसमार प्रखंड के चट्टी गांव में सुवर्णवणिक कल्याण समिति ने 24 वर्षीया निशा दत्ता की डॉक्टर की लापरवाही से हुई मौत मामले को लेकर न्याय दिलाने हेतु केंडल मार्च सह श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया। अध्यक्षता जिलाध्यक्ष कृष्णा दत्ता ने किया।
कैंडल मार्च में समाज के सैकड़ों गणमान्य जनों ने शामिल होकर निशा को न्याय दो का जोरदार नारा लगाते हुए कसमार चौक तक कैंडल मार्च निकाला। जिसके बाद गांव के सभी महिलाओं व युवा सदस्यों ने मृतक निशा दत्ता के चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। इस दौरान समिति के संरक्षक सह वरिष्ठ सदस्य डोमन चंद्र डे, सुबल दत्ता, सुरेश कुमार डे व अध्यक्ष कृष्णा दत्ता ने समिति की ओर से पीड़ित परिवार को आर्थिक सहयोग किया।
कैंडल मार्च कार्यक्रम के दौरान समिति के अध्यक्ष कृष्णा दत्ता ने दु:ख प्रकट करते हुए पीड़ित परिवार को हर स्तर पर सहयोग करने की बात कही। उन्होंने कहा कि जिला व राज्य स्तर पर सभी गांव में समाज द्वारा केंडल मार्च निकालकर पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने व दोषी डॉक्टर को सजा दिलाने की मांग समिति करेगी। समिति समाज के सहयोग के लिए सदैव तत्पर है।
बता दे कि निशा दत्ता को एक माह पहले सिजेरियन डिलीवरी के लिए धनबाद के शहिद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था, जहां डिलीवरी के बाद डॉक्टरों ने प्लेसेंटा (गर्भनाल का हिस्सा) पेट में ही छोड़ दिया था। जिससे धीरे धीरे उनकी हालत बिगड़ गयी तथा उनका दोनों किडनी फेल होने पर रांची के रिम्स में उनकी मौत हो गई थी। इसके साथ प्रशासन द्वारा मामले को लेकर कोई करवाई नहीं होने पर पीड़ित परिवार ने आगामी 12 जुलाई को बोकारो उपायुक्त कार्यालय के समक्ष सपरिवार आत्मदाह करने की घोषणा भी की गई है।
मौके पर मृतका निशा दत्ता के पति राजकुमार दत्ता, हीरा लाल दत्ता, निरंजन दत्ता, सुबल दत्ता, दिनेश पॉल, सूरज सिंह, आनंद चंद्र, गोपाल दत्त, टीटू दत्ता, अजय दत्ता, रमेश पॉल, हराधन डे, तरुण डे, मंजू देवी, रेणुका देवी, सरला देवी, लुतिका देवी, पिंकी देवी, सारी देवी, भारती देवी, हीरा देवी, गीता देवी, अनीता देवी, मालती देवी, झूना देवी सहित सैकड़ों रहिवासी मौजूद रहे।