फतेह लाइव, रिपोर्टर.

धनबाद में बीआईटी सिंदरी के खनन इंजीनियरिंग विभाग ने हाल ही में एक महत्वपूर्ण विकास की घोषणा की है। स्ट्रेयोस एलएलपी, एक प्रमुख एआई-आधारित खनन 3डी प्लेटफॉर्म, और बीआईटी सिंदरी के बीच एक समझौता ज्ञापन (MOU) पर हस्ताक्षर किए गए हैं। इस समझौते के अंतर्गत, दोनों संस्थानों के बीच खनन में अनुसंधान और विकास, और एआई के व्यावहारिक अनुप्रयोग पर सहयोग होगा।

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समझौते के अवसर पर आयोजित एक व्यावहारिक व्याख्यान में स्ट्रेयोस के डिजिटल सॉल्यूशन इंजीनियर डॉ. अनुराग अग्रवाल ने “माइन टू मिल ऑप्टिमाइजेशनः एक एआई-आधारित सर्वेक्षण मॉडल और एकीकृत ब्लास्ट ऑप्टिमाइजेशन वर्कफ़्लो” पर विस्तृत जानकारी साझा की। इस कार्यक्रम में बीआईटी सिंदरी के प्रशासनिक भवन में हुई, और इसमें खनन इंजीनियरिंग विभाग के कई सम्मानित संकाय सदस्य शामिल हुए, जिनमें प्रो. नीरज यादव, प्रो. रिज़वान हासिम, प्रो. सुमन हेसा, प्रो. मानस कुमार मलिक, और प्रो. तन्मय दासगुप्ता शामिल थे।

बीआईटी सिंदरी के निदेशक प्रो. डॉ. पंकज राय ने डॉ. अग्रवाल का अभिनंदन करते हुए उनकी विशेषज्ञता की सराहना की और बीआईटी सिंदरी की पहल के प्रति निरंतर समर्थन के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया। इस सहयोग के माध्यम से खनन क्षेत्र में नवाचार को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है। एआई प्रौद्योगिकियों के व्यावहारिक अनुप्रयोग से छात्रों को वास्तविक दुनिया की चुनौतियों का सामना करने के लिए बेहतर तैयार किया जाएगा, जिससे बीआईटी सिंदरी को खनन शिक्षा और अनुसंधान में अग्रणी स्थापित किया जा सकेगा।

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