• पत्रकार को फर्जी मामला दर्ज कर फंसाने की धमकी देने का लगाया आरोप

फतेह लाइव, रिपोर्टर

सोमवार को ऑल इंडिया स्मॉल एंड मीडियम जर्नलिस्ट वेलफेयर एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष सियाराम शरण सिंह और प्रदेश प्रवक्ता दशरथ महतो के नेतृत्व में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को एक ज्ञापन सौंपा गया. संताल परगना आयुक्त की अनुपस्थिति में उनके कार्यालय में राजस्व सचिव को मांग पत्र सौंपा गया है. एसोसिएशन द्वारा मांग की गई है कि अंचल अधिकारी कपिल देव ठाकुर द्वारा पत्रकार पंकज दास को अवैध बालू खनन के खिलाफ खबर चलाने पर फोन कर डराया-धमकाया गया है कि पंकज के खिलाफ मामला दर्ज कराया जाएगा. मांग पत्र में मुख्यमंत्री से आग्रह किया गया है कि राज्य के विभिन्न जिलों में पत्रकारों पर फर्जी मामला दर्ज कराने की परंपरा बनती जा रही है. इस परिस्थिति में पत्रकारों को सच्चाई दिखाना या लिखना मुश्किल हो रहा है. इससे राज्य में दहशत का माहौल बनता जा रहा है ताकि कोई पत्रकार अवैध धंधों में आगे बढ़कर काम न करें.

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मांग पत्र में शिकारीपाड़ा सीओ कपिल देव ठाकुर द्वारा पत्रकार को किए गए फोन के वायरल‌ ऑडियो का हवाला देते हुए उन्हें शिकारीपाड़ा से स्थानांतरित करने की मांग भी की गई है. पत्र में कहा गया है कि पहले ही मुख्य सचिव और डीजीपी को दिए गए मांग पत्र में फर्जी मामलों की आज तक सीआईडी जांच नहीं हुई है और जांच नहीं होने पर राज्य में पत्रकारों पर लगभग तीन दर्जन मामले लंबित हैं. प्रदेश अध्यक्ष सियाराम शरण सिंह ने कहा कि ऐसोसिएशन द्वारा लगातार मांग पत्र सौंपा गया है फिर भी उच्च स्तरीय जांच को लंबित रखने से भ्रष्ट अधिकारियों का मनोबल बढ़ता जा रहा है. जब पत्रकार सच्चाई दिखाएंगे और उनके ऊपर बनावटी मामले दर्ज होंगे तो राज्य में भ्रष्टाचार को बढ़ावा ही मिलेगा.

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उन्होंने कहा कि पत्रकारों को धमकाने का मामला कोई नया नहीं है. सीओ पहले भी ऐसा कर चुके हैं. ऐसोसिएशन के प्रदेश प्रवक्ता दशरथ महतो ने कहा कि एक ओर राज्य सरकार पत्रकारों को सम्मान और सुरक्षा देने की बात कह रही है तो दूसरी ओर भ्रष्ट अधिकारी अपनी करतूतों पर पर्दा डालने के लिए न सिर्फ धमकाते हैं बल्कि बनावटी मामले भी दर्ज करते हैं. वे बोले ऐसा लगता है अब राज्य में सभी जिलों में तमाम पत्रकारों को भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन के लिए सड़क पर उतरना पड़ेगा.

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