जमीन उपलब्धता को लेकर विभागीय प्रक्रिया शुरू
फतेह लाइव, रिपोर्टर.
घाटशिला कॉलेज के प्राचार्य डॉ आर के चौधरी महाविद्यालय के लिए जमीन उपलब्धता संबंधी कार्य से झारखंड सरकार के उच्च शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन से विभागीय मंत्रालय नेपाल हाउस, रांची में मिले। प्राचार्य ने सर्वप्रथम मंत्री जी को पुष्पगुच्छ देकर उनका सम्मान किया।
मंत्री रामदास सोरेन से मिलकर प्राचार्य डा चौधरी ने उन्हें बताया कि घाटशिला कॉलेज कोल्हान विश्वविद्यालय का बड़ा महाविद्यालय है।
छात्रों की संख्या भी काफी अधिक है। यह संख्या दिनानुदिन बढ़ती जा रही है। कई नए पाठ्यक्रम खोले जा रहे हैं। बीएड भी शुरू करवाना है। स्टाफ क्वार्टर बनवाना है। वर्तमान में यह कॉलेज पांच एकड़ भूमि में स्थित है। कॉलेज के विस्तार के लिए अतिरिक्त 5 एकड़ भूमि की आवश्यकता है। इसका प्रस्ताव कोल्हान विश्वविद्यालय के माध्यम से पिछले जनवरी माह में ही उच्च शिक्षा मंत्रालय में जमा करवा दिया गया है। सरकार के स्तर पर घाटशिला कॉलेज के लिए भूमि उपलब्ध करवाने हेतु उपायुक्त, पूर्वी सिंहभूम को पत्र भेजा जाता है तो जमीन मिलना आसान हो जाएगा।
प्राचार्य के मांग को उच्च शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन गंभीरता से सुने और उसी समय जमीन उपलब्धता को लेकर विभागीय कार्रवाई प्रारंभ कर दिए। मंत्री रामदास सोरेन ने प्राचार्य डा चौधरी को यह भी बताया कि घाटशिला कॉलेज के सर्वांगीण विकास को लेकर जो 173 करोड़ रुपए का विभागीय स्तर पर प्रस्ताव तैयार किया गया था, उसे स्वीकृति मिल गई है। शीघ्र इस कालेज का विकास होगा। सात तल्ले का एकेडमिक ब्लाक बनेगा, जिसमें सभी विषयों की पढ़ाई होगी।
छै तल्ले का प्रशासनिक भवन बनेगा। जिसमें प्रिंसिपल चैंबर, सामान्य शाखा, लेखा विभाग, एनसीसी, एनएसएस, खेल विभाग, बैंक, आइक्यूएसी, रुसा विभाग, परीक्षा शाखा आदि होगा। नया पुस्तकालय भवन बनेगा, छात्रों के लिए आडिटोरियम एवं परीक्षा भवन का भी निर्माण हो सकेगा।
प्राचार्य डा चौधरी ने मंत्री रामदास सोरेन को लीज में मिले भूखंड की समस्या से भी अवगत कराया। उक्त भूमि पर कालेज का तीन आदिवासी होस्टल बना हुआ है तथा खेल मैदान है। लीज नवीकरण होने पर उक्त भूमि पर परीक्षा भवन का निर्माण किया जाएगा। परीक्षा के कारण अभी वर्ग कक्षाएं बाधित हो जाती है। अलग परीक्षा भवन होने से वर्ग कक्षा पर कोई असर नहीं पड़ेगा। सभी वर्ग कक्षाएं सुचारू रूप से संचालित हो सकेगी।