• कोल्हान प्रमण्डल के 383 शिक्षकों को सम्मानित कर शिक्षा मंत्री ने वंचित वर्गों की शिक्षा पर दिया जोर
  • संथाली भाषा एवं संस्कृति के संरक्षण में समर कैंप की भूमिका सराहनीय: विशेषज्ञ

फतेह लाइव, रिपोर्टर

घाटशिला प्रखंड के पावड़ा स्थित माझी परगना महाल भवन में ऑल इंडिया संथाली राइटर्स एसोसिएशन के दस दिवसीय समर कैंप का भव्य समापन समारोह आयोजित किया गया. देश परगना बैजु मुर्मू की अध्यक्षता में हुए इस कार्यक्रम में झारखंड सरकार के शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद थे. मंत्री रामदास सोरेन ने कोल्हान प्रमण्डल के 383 शिक्षकों को मोमेंटो एवं प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया, जिन्होंने समर कैंप के दौरान निःशुल्क शिक्षा दी. यह समर कैंप 22 मई से चल रहा था, जिसमें 312 विद्यालयों के 383 शिक्षकों ने लगभग 14,848 छात्र-छात्राओं को अलचिकि लिपि, संथाली साहित्य एवं संस्कृति की शिक्षा प्रदान की.

इसे भी पढ़ें : Musabani : सुरदा फीडर में बुधवार को पांच घंटे बिजली बंद रहेगी

शिक्षा मंत्री  रामदास सोरेन ने किया शिक्षकों को सम्मानित

शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन ने अपने संबोधन में कहा कि शिक्षा के बिना समाज और देश का समग्र विकास संभव नहीं है. उन्होंने समाज के बुद्धिजीवियों से अपील की कि वे वंचित वर्गों की शिक्षा के लिए आगे आएं. उन्होंने बताया कि उच्च शिक्षा मंत्री रहते हुए उन्होंने पूर्वी सिंहभूम जिले के प्रत्येक प्रखंड में महाविद्यालय खोलने की पहल की थी. उनके प्रयास से घाटशिला प्रखंड के हेंदलजुड़ी में जनजाति विश्वविद्यालय तथा मुसाबनी में तकनीकी शिक्षा संस्थान खोला जा रहा है. इसके अलावा, झारखंड में जल्द ही जनजातीय और क्षेत्रीय भाषाओं के शिक्षकों की नियुक्ति भी की जाएगी.

इसे भी पढ़ें : Jamshedpur : पंचायत समिति सदस्यों ने विभागीय पदाधिकारियों की अनुपस्थिति पर जताया आक्रोश

रामदास सोरेन ने वंचित वर्गों के शिक्षा सुधार पर दिया जोर, नई शिक्षा नीतियों का किया उल्लेख

समारोह में जीयाड़ बारूडी मास्टर आर्केस्ट्रा मुटुरखाम, कोपपाड़ा द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए, जिनका उपस्थित जनसमूह ने खूब आनंद लिया. कार्यक्रम का संचालन डॉ. रजनीकांत मांडी और छोटा भुजंग टुडू ने संयुक्त रूप से किया. इस दौरान संताल शिक्षक संघ के अध्यक्ष डॉ. फुदान चंद्र सोरेन, वरिष्ठ लॉ ऑफिसर मंगल सोरेन, अलचिकि हुल बायसी के अध्यक्ष सुभाष मांडी, महासचिव दुर्गा चरण मुर्मू सहित अन्य गणमान्य व्यक्तिगण उपस्थित थे. इस आयोजन ने संथाली भाषा और संस्कृति के संरक्षण एवं संवर्धन में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.

Share.
© 2025 (ਫਤਿਹ ਲਾਈਵ) FatehLive.com. Designed by Forever Infotech.
Exit mobile version