- धरने के दौरान माले नेताओं ने प्रखंड कार्यालय में विभिन्न मुद्दों पर की अपनी आवाज़ बुलंद
फतेह लाइव रिपोर्टर
मंगलवार को भाकपा माले के प्रखंड कमिटी और नगर कमिटी के सहयोग से गिरिडीह प्रखंड कार्यालय परिसर में 10 सूत्री मांगों को लेकर एक धरना दिया गया. इस धरने में माले के जिला कमिटी के सदस्य, किसान नेता, और अन्य कार्यकर्ताओं ने हिस्सा लिया. धरने में उपस्थित नेताओं ने विभिन्न मुद्दों पर अपनी बात रखी और प्रखंड में हो रही लूट-खसोट के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. इस दौरान बीडीओ गणेश रजक से भी मुलाकात की गई, जिन्होंने माले के नेताओं से विस्तार से बातचीत की और उनकी मांगों को लेकर संज्ञान लेने का आश्वासन दिया.
इसे भी पढ़ें : Sindri : शान्तिप्रिय सिन्दरी में दबंगता बर्दास्त नहीं किया जाएगा – माले
प्रखंड स्तर पर विभिन्न लूट-खसोट के खिलाफ उठाई आवाज़
माले नेता कन्हाई पांडेय और राजेश सिन्हा ने कहा कि जिलेभर में प्रखंड स्तर पर भारी लूट जारी है और इसे तुरंत रोका जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि कई सरकारी कार्यों में भ्रष्टाचार का बोलबाला है और जनता से अवैध वसूली की जा रही है. उनका कहना था कि बिचौलियों और भू-माफियाओं पर कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए और प्रखंड के अधिकारियों को भी जनता के कामों में ईमानदारी से कार्य करना चाहिए.
इसे भी पढ़ें : Giridih : जीडी बगेड़िया स्कूल में समर कैंप संपन्न
भ्रष्टाचार और अवैध वसूली पर कार्रवाई की मांग, माले ने प्रशासन को घेरा
माले द्वारा सौंपे गए ज्ञापन में 10 मुख्य मांगों को शामिल किया गया, जिनमें प्रमुख रूप से मनरेगा में जेसीबी से काम करवाने पर प्रतिबंध, मनरेगा मजदूरों को 200 दिन काम देने की गारंटी, पंचायत सचिवालय में हल्का राजस्वकर्मी की उपस्थिति सुनिश्चित करने, और भूमि संबंधी कार्यों का 15 दिनों के भीतर निष्पादन शामिल हैं. इसके अलावा, मईंया सम्मान योजना और मुख्यमंत्री पशुधन विकास योजना में लाभार्थियों का चयन ग्राम सभा के माध्यम से करने की मांग की गई.
इसे भी पढ़ें : Giridih : सदर अस्पताल में दिनदहाड़े मोबाइल चोरी, सुरक्षा व्यवस्था पर उठे सवाल
मांगों के माध्यम से माले ने प्रशासन को चेतावनी दी
धरने में भाकपा माले के कई प्रमुख नेता और कार्यकर्ता उपस्थित थे, जिनमें जिला कमिटी के सदस्य शंकर पांडेय, मदसूदन कोल, किशोर राय, पवन यादव, राजकुमार राय, नागेश्वर महतो, और अन्य कई कार्यकर्ता शामिल थे. माले नेताओं ने यह भी कहा कि राशन की कालाबाजारी पर कड़ी रोक लगाई जाए और प्रत्येक लाभुक को 5 किलो प्रति यूनिट अनाज मिले, इसकी गारंटी दी जाए. इस अवसर पर माले के कार्यकर्ताओं ने प्रखंड कार्यालय के बाहर एकजुट होकर अपनी आवाज़ उठाई और प्रशासन से अपने मुद्दों पर कार्रवाई की अपील की.