फतेह लाइव, रिपोर्टर.

गिरिडीह जिले के गांवॉ प्रखंड क्षेत्र के कस्तूरबा गांधी विद्यालय में हो रहे निर्माण कार्य में अनियमितता बरती जा रही है. किसी शिकायत के मददेनजर, ग्रामीणों के शिकायत पर जाँच हेतु पहुँचे गांवॉ बीस सूत्री अध्यक्ष. उनका कहना है कि निर्माण कार्य में भारी अनियमितता मिल रही है. बीस सूत्री अघ्यक्ष अजय सिंह ने बताया कि योजना स्थल पर प्राक्कलन राशि की सूचना बोर्ड नहीं लगा है, जिससे ये पता चल सके कि योजना कब चालू हुआ और कब तक इसे पूरा कर लेना है.

इसकी कोई समय सीमा तय नहीं है। वहीं योजना में उपयोग किए जा रहे लोहे का समान बिल्कुल पतला सा टीन का उपयोग किया जा रहा है. इंट का उपयोग एकदम घटिया किस्म का था. जब मुन्शी से इंट, बालू, छड़ आदि सामग्री का बिल देखने के लिए माँगा गया तो मुन्शी ने बताया कि बिल नहीं है. इन सारी बातों की जानकारी के लिए संबंधित विभाग के जेई को फोन किया गया तो उन्होंने कहा कि हम खुद आकर योजना का जाँच करेंगे तबतक के लिए निर्माण कार्य को रोक दिया जा रहा है.

बालू भंडारण के बारे में गांवॉ अंचल अधिकारी अविनाश रंजन से फोन पर बात हुई. उन्होंने बताया कि हमे इसकी जानकारी नहीं है. हम संबंधित विभाग के जेई से बात करने के पश्चात ही कुछ बता सकते हैं और हम जेई से इस बारे में बात भी करेंगे. वहीं गांवॉ बीस सूत्री अघ्यक्ष ने कहा कि कस्तूरबा विद्यालय के निर्माण कार्य में अनियमितता पाई गई है और यहां के मुन्शी द्वारा कोई भी संतोष जनक ज़वाब नहीं मिला. ग्रामीणों द्वारा मिली सूचना सत्य साबित हुई है. यहां ना तो सूचना बोर्ड लगा हुआ है ना ही तो किसी भी सामग्री का बिल उपलब्ध है, जिससे ये शत प्रतिशत साबित हो रहा है कि निर्माण कार्य में भारी अनियमितता बरती जा रही है.

इस योजना का उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए. बताते चलें कि करोडों की लागत से बन रहे इस विद्यालय का निर्माण कार्य निम्नस्तरीय है तथा सभी सामग्रियों को देखने से ऐसा प्रतीत होता है कि सभी उपयोगी वस्तुएँ घटिया क्वालिटी की है. इनमें ईंट,बालू ,छड़ के साथ लोहे की सारी वस्तुएँ एकदम निम्नस्तर की है और काम को जैसे तैसे निपटाया जा रहा है.

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