फतेह लाइव, रिपोर्टर

गिरिडीह डीआरडीए सभागार में जिला समाज कल्याण पदाधिकारी,  स्नेह कश्यप की अध्यक्षता में लिंग आधारित हिंसा के विरूद्ध राष्ट्रीय अभियान के तहत कार्यशाला का आयोजन किया गया. कार्यशाला में बालिकाओं के लिए अधिक अवसरों का समर्थन करने, शिक्षा, कानूनी अधिकार, चिकित्सा, देखभाल, महिलाओं के प्रति हिंसा और बाल विवाह, गुड टच, बैड टच, जेंडर समानता, यौन उत्पीडन एवं बालक-बालिकाओं से संबंधित अन्य कानून तथा साइबर सुरक्षा आदि विषयों पर प्रकाश डाला गया. मौके पर जिला समाज कल्याण पदाधिकारी ने लिंग आधारित हिंसा से मुक्ति हेतु (सखी) वन स्टॉप सेंटर गिरिडीह द्वारा प्रदान की जाने वाली विभिन्न सुविधाओं के बारे में विस्तार से चर्चा की, जिसमें उन्होंने बताया कि (सखी) वन स्टॉप सेंटर में महिलाओं से संबंधित घरेलू हिंसा, दहेज प्रथा, बाल हिंसा, यौन शोषण आदि विभिन्न समस्याओं से पीड़ित महिलाओं को एक ही छत के अंदर सभी तरह की सुविधाएँ प्रदान की जा रही हैं. इसमें आपसी सुलह-समझौते से लेकर कानूनी सहायता और स्वास्थ्य से संबंधित सहायता के साथ-साथ रहने की भी सुविधा उपलब्ध रहती है.

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इसके अलावा उन्होंने बताया कि महिला, बाल विकास एवं सामाजिक सुरक्षा विभाग द्वारा “बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ योजना” के माध्यम से लिंग आधारित भेदभाव को कम करने, शिक्षा को बढ़ावा देने तथा बालिकाओं के अस्तित्व और सुरक्षा को सुनिश्चित करने का कार्य किया जा रहा है. जिला समाज कल्याण पदाधिकारी के द्वारा सभी महिलाओं और गांव की सभी किशोरियों और युवतियों को इसका लाभ लेने के लिए सभी सेविकाओं को निर्देशित किया है. इस दौरान उन्होंने सभी संबंधित को समन्वय बनाकर कार्य करते हुए महिलाओं को घरेलू हिंसा व शोषण से निजात दिलाना है. (सखी) वन स्टॉप सेंटर की अन्य कर्मियों ने भी इस चर्चा में शामिल होते हुए कानूनी सहायता टोल फ्री नंबर 181 आदि के बारे में विस्तार से चर्चा की गई तथा चाइल्ड हेल्पलाइन नम्बर 1098 के बारे में बतलाया गया. कार्यशाला में विपिन यादव, पैनल लॉयर, श्यामा प्रसाद, केंद्रीय प्रशासक सखी वन स्टॉप सेंटर, बाल संरक्षण पदाधिकारी, जीतू कुमार, डीसीपीयू काउंसलर, नीलम कुमारी, सभी PLA समेत अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित थे.

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