ऑल इंडिया सिख स्टूडेंट्स फेडरेशन ने सिख नरसंहार के शहीदों को दी श्रद्धांजलि

पीड़ित परिवारों के सदस्यों को किया सम्मानित 

फतेह लाइव, रिपोर्टर.

ऑल इंडिया सिख स्टूडेंट्स फेडरेशन ने शुक्रवार 1 नवम्बर 1984 क़त्लेआम के चालीस वर्ष पूरे होने पर सीताराम डेरा गुरुद्वारा साहिब में उस वक़्त हुए शहीदों की याद में कीर्तन दरबार सजाया गया और अरदास कर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। इस दौरान ऑल इंडिया सिख स्टूडेंट्स फेडरेशन के पूर्वी भारत अध्यक्ष सतनाम सिंह गंभीर ने कहा कि नवंबर 1984 के सिख नरसंहार का दर्द दुनिया रहने तक सिख समुदाय की हर पीढ़ी को रहेगा।

उस समय की क्रूर सरकार ने इस भयानक नरसंहार को दिल्ली दंगे कहकर छुपाने की हर संभव कोशिश की, लेकिन सच्चाई सामने आयी और झूठ पर पानी फिर गया। 

मैं स्वर्गीय सिंह साहिब ज्ञानी जोगिंदर सिंह वेदांती जी का आभारी हूं जिन्होंने ऑल इंडिया सिख स्टूडेंट्स फेडरेशन और पीड़ित परिवार के अनुरोध को स्वीकार किया और 8 जनवरी, 2008 को इस भयानक त्रासदी को सिख नरसंहार घोषित किया। 

सतनाम सिंह गंभीर ने कहा कि एक दिन गांधी परिवार को अकाल तख्त साहिब के सामने घुटने टेककर खालसा पंथ से अपने पूर्वजों के पापों के लिए माफ़ी मांगनी पड़ेगी। इस दौरान पीड़ित परिवार के हरजीत सिंह मनजीत कौर सिमरन कौर बलबीर सिंह जसपाल कौर बालविंदर कौर को सिरोपा देकर सम्मानित किया गया। इस दौरान अवतार सिंह भाटिया इंदर सिंह इंदर परमजीत सिंह काले ने भी संबोधित किया। 

कार्यक्रम में इंदरजीत सिंह स्याली सरबजीत सिंह भूल्लर मदीप सिंह सचदेव सुखविंदर सिंह साब्बी शालू सिंह रोशन सिंह रौनक़ सिंह सचदेव हरजीत सिंह अविनाश सिंह मनमीत लूथरा महिंदरपाल सिंह इंद्रजीत सिंह कपूर जसपाल सिंह स्त्री सत्संग सभा की सरबजीत कौर बालविंदर कौर शामिल थी। गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी का कार्यक्रम में पूरा सहयोग मिला।

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