फतेह लाइव, रिपोर्टर.
जम्मू-कश्मीर विधानसभा ने विशेष दर्जा बहाली के लिए प्रस्ताव पास किया है. नेशनल कॉन्फ्रेंस के इस प्रस्ताव को विधानसभा में पीडीपी, पीपुल्स कॉन्फ्रेंस, अवामी इत्तेहाद पार्टी (एआईपी) और सीपीएम का सपोर्ट मिला. बीजेपी ने इसका विरोध किया है।
अक्सर अभिव्यक्ति की आज़ादी के नाम पर बुद्धिजीवी और राजनेता वर्ग का एक बड़ा धड़ा देशद्रोही बयान देकर सीमा की सुरक्षा में सर्वस्व समर्पित करने वाले सैनिकों और देशभक्त परिवार का मजाक उड़ाया करते हैं।
वरिष्ठ प्रवीण कुमार पांडे
ने बयान दिया कि से हम धारा 370 पुनः बहाल कराएंगे। अखिल भारतीय पूर्व सैनिक सेवा परिषद के बैनर पर शनिवार को शहर के पूर्व सैनिकों ने एग्रिको ट्रांसपोर्ट मैदान में आयोजित किया गया।
इस अवसर पर हाथों में विरोध की तख्तियाँ लेकर पूर्व सैनिकों ने फारूख विरोधी नारे लगाए। संगठन संस्थापक वरुण कुमार ने इस अवसर पर कहा कि भारत की संसद को इस देशद्रोही नेता के बयान पर सदस्यता समाप्त करने का प्रस्ताव पारित करना चाहिए।
विनय कुमार यादव अध्यक्ष ने कहा भविष्य में अगर कोई इस प्रकार की सेना के अपमान और देशविरोधी बयान देता है तो इसके लिए कठोरतम कारवाई हेतु संविधान में संशोधन भी किया जाना चाहिए। संगठन महामंत्री जितेंद्र कुमार सिंह जम्मू-कश्मीर विधानसभा में धारा 370 को लेकर एक बार फिर विवाद छिड़ गया है. पीडीपी ने धारा 370 की वापसी पर प्रस्ताव पेश किया. इस प्रस्ताव पर एआईपी पार्टी के विधायक शेख खुर्शीद का भी समर्थन मिला. अखिल भारतीय पूर्व सैनिक जमशेदपुर में आक्रोश के लिए ठीक है।सैनिक के सम्मान में….पूर्व सैनिक मैदान में और तथा देशद्रोहियों होश में आओ, उनको जूते मारो चार के नारे लगाये गए।
इस अवसर पर उपस्थित रहने वाले पूर्व सैनिक वरुण कुमार, प्रवीण कुमार पांडे, हरेंद्र भारती, सुखविंदर सिंह, बिरजू, निरंजन सिंह, अमरदीप समद, धीरज सिंह, लाल बाबू सिंह, आमोद कुमार, सत्येंद्र कुमार सिंह, दयानंद सिंह, अवधेश कुमार, सत्यप्रकाश, हरेराम कामत, निर्मल कुमार आदि हैं.