- बाल अधिकारों के प्रति जागरूकता और कानूनों की प्रभावी क्रियान्वयन की दिशा में उठाए गए कदम
फतेह लाइव, रिपोर्टर












21 मार्च को बिष्टुपुर थाना सभागार में जिला बाल संरक्षण इकाई और आदर्श सेवा संस्थान के संयुक्त तत्वाधान में एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया. इस कार्यशाला में जिले के सभी थाना प्रभारी, बाल कल्याण पुलिस पदाधिकारी (CWPO) और विभिन्न सामाजिक कार्यकर्ताओं ने भाग लिया. कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य बच्चों के अधिकारों की सुरक्षा और उनके खिलाफ हो रहे अपराधों को रोकने के लिए जागरूकता फैलाना था. प्रशिक्षकों त्रिभुवन शर्मा और विनय कुमार ने बाल विवाह की कुप्रथा को समाप्त करने और बाल तस्करी के बढ़ते मामलों को रोकने के लिए सामूहिक प्रयासों की आवश्यकता पर जोर दिया. POCSO एक्ट और JJ एक्ट के तहत बच्चों की सुरक्षा और उनके अधिकारों को सुनिश्चित करने के विधियों पर भी विस्तार से चर्चा की गई.
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बच्चों के अधिकारों को सुनिश्चित करने के लिए कानूनी प्रावधानों पर जोर
समापन सत्र में समाज को बच्चों के प्रति संवेदनशील बनाने और इन कानूनों को प्रभावी तरीके से लागू करने की आवश्यकता पर बल दिया गया. कार्यशाला में बाल विवाह रोकने, बच्चों की सुरक्षा और उनके बेहतर भविष्य के लिए ठोस कदम उठाने की शपथ ली गई. जिला समाज कल्याण पदाधिकारी संध्या रानी, जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी अमृता कुमारी, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण पदाधिकारी राजेन्द्र प्रसाद, बाल कल्याण समिति के सदस्य रूबी साहू, और किशोर न्याय बोर्ड की सदस्य सीमा झा समेत कई वरिष्ठ अधिकारियों ने कार्यशाला में भाग लिया. इस कार्यक्रम का उद्देश्य समाज में बच्चों के अधिकारों को लेकर जागरूकता बढ़ाना और कानूनी प्रावधानों का पालन सुनिश्चित करना था.