फतेह लाइव, रिपोर्टर.
आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा की ओर से पूर्वी की हॉट सीट पर ओड़िशा राज्यपाल रघुवर दास की बहू पूर्णिमा दास को मैदान में उतारे जाने के बाद भाजपाई गदगद हैं. इसी बीच अल्पसंख्यक मोर्चा की कमान संभालने वाले जिला अध्यक्ष मंजीत गिल ने अल्पसंख्यकों को एक मंच पर लाने की मुहिम छेड़ दी है, ताकि एक मुश्त में भाजपा को वोट मिले और पूर्णिमा की जीत सुनिश्चित हो.
मंजीत गिल भाजपा की जिला कमेटी में मंत्री थे. इसके अलावा जमशेदपुर में सिखों की मजहबी बिरादरी को वे लीड करते हैं, जिसकी संख्या बहुतयात है. उनकी सिख समाज में अपनी पहचान है. एग्रीको मैदान में सालाना समागम, सिख श्रद्धालुओं को तीर्थ धाम की यात्रा और उसमें भी कुछ बुजुर्गों को वह हवाई यात्रा कराके बुजुर्गों के दिल में राज करने लगे हैं.
भाजपा ने लंबे अरसे बाद किसी सिख को अल्पसंख्यक मोर्चा में जिलाध्यक्ष की कमान सौंपी है. मंजीत की इस पकड़ का फायदा भाजपा को मिलना तय माना जा रहा है. चुनाव की घोषणा के बाद ही मंजीत ने फील्डिंग शुरु कर दी थी, लेकिन शनिवार को जब पूर्णिमा दास की टिकट पक्की हुई तो मंजीत अपनी टीम के साथ और जोश से मैदान में उतर गए हैं. हर पंजाबी और मुस्लिम बहुल्य क्षेत्र में वह पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ रणनीति बना रहे हैं. शनिवार को उन्होंने पूर्णिमा दास को उम्मीदवार बनाये जाने पर टीम के साथ सम्मानित भी किया और जीत की अग्रिम बधाई दी. बकौल मंजीत वह अपने मोर्चे के माध्यम से पूरी मजबूती के साथ लोकप्रिय उम्मीदवार पूर्णिमा दास अवम चारो विधानसभा मे जीत दिलाने का कार्य करेंगे और पूर्णिमा दास की जीत वैसे भी पक्की ही है.