गंभीर ने सेंसर बोर्ड ढांचे में सिखों के प्रतिनिधित्व की मांग की
फतेह लाइव, रिपोर्टर।
ऑल इंडिया सिख स्टूडेंट्स फेडरेशन (एआईएसएसएफ), ने केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) को एक पत्र लिखकर व्फिल्म “एनिमल” के कुछ दृश्यों पर आपत्ति जताई है जिससे सिख भावनाओं को गहरी ठेस पहुंची है। ऑल इंडिया सिख स्टूडेंट्स फ़ेडरेशन के पूर्वी भारत अध्यक्ष सतनाम सिंह गंभीर ने सेंसर बोर्ड से अपील करते हुए कहा की इन आपत्तिजनक दृश्यों को हटाने के लिए तुरंत कार्रवाई की जाए।
आपत्तिजनक दृश्यों में रणबीर कपूर द्वारा सिगरेट पीते समय एक गुरसिख व्यक्ति के चेहरे पर धुंआ उड़ाना, संत कबीर साहिब के एक शबद का विरूपण, चरित्र “अर्जन वेल्ली” में गुंडागर्दी का माहौल दर्शाया गया है, और एक अंतिम दृश्य जहां रणबीर कपूर शामिल हैं एक गुरसिख व्यक्ति की दाढ़ी पर कसाई का चाकू।
ये दृश्य सिख समुदाय के सांस्कृतिक और धार्मिक मूल्यों के प्रति गहरा अनादर प्रदर्शित करते हैं।
सतनाम सिंह गंभीर ने शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) के अध्यक्ष से भविष्य में ऐसी फिल्मों के निर्माण को रोकने के लिए फिल्म निर्माताओं के खिलाफ उचित कार्रवाई शुरू करने की अपील की है। इसके अतिरिक्त, उन्होंने सिख सिद्धांतों का अपमान करने वाली फिल्मों की शीघ्र पहचान और रोकथाम सुनिश्चित करने के लिए सीबीएफसी को अपने बोर्ड में सिख प्रतिनिधियों को शामिल करने की आवश्यकता पर जोर दिया।
सतनाम सिंह गंभीर ने सेंसर बोर्ड से आग्रह करते हुए कहा वह गंभीरता से एक ऐसे फिल्म उद्योग को बढ़ावा दे जो सांस्कृतिक और धार्मिक विविधता का सम्मान करता हो और उसे अपनाता हो।